धनिये के पानी पीने से स्वास्थ्य को होंगे ये लाभ
धनिया के फायदे: राष्ट्र की हर रसोई में मसाले महत्वपूर्ण हैं। इनमें धनिया सबसे जरूरी है। क्योंकि धनिये के प्रयोग के बिना खाना बनाना लगभग नामुमकिन है। धनिया का प्रयोग लगभग सभी व्यंजनों में किया जाता है। वहीं धनिये के पानी के स्वास्थ्य लाभों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
दरअसल कई लोग धनिये का इस्तेमाल खाना बनाने में करते हैं। धनिया का इस्तेमाल व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। सीधे लगाया जा सकता है या धनिया पाउडर का इस्तेमाल किया जा सकता है। नॉनवेज व्यंजनों में यह महत्वपूर्ण है। धनिया पाउडर डालें। हालाँकि, धनिया पाउडर का इस्तेमाल अतिरिक्त स्वाद और स्वास्थ्य फायदा के लिए खाना पकाने में किया जाता है। क्योंकि धनिये में पोषक तत्व बहुत अधिक मात्रा में होते हैं। धनिये में उपस्थित कुछ पोषक तत्वों से कई तरह की रोंगों को भी दूर किया जा सकता है। धनिया का पानी ब्लड शुगर को कम करने के लिए बहुत अच्छा है। धनिया पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में भी सहायता करता है।
धनिया के बीज पोटेशियम, कैल्शियम और विटामिन के जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसलिए यदि आप रोज सुबह खाने के बाद थोड़ा सा हरा धनिया चबाएंगे या फिर धनिये का पानी पिएंगे तो सांस संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी। धनिये के पानी के और भी कई स्वास्थ्य फायदा हैं। धनिये का पानी बनाना बहुत सरल है। 2-3 कप पानी में एक चम्मच हरा धनिया डालकर अच्छे से उबाल लें। इसके बाद इस पानी को छानकर गर्म-गर्म पिएं तो आपको अच्छे रिज़ल्ट मिलेंगे।
मधुमेह नियंत्रण
मधुमेह मरीजों को हमेशा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रण में रहे। इसके लिए यदि आप प्रतिदिन धनिये का पानी पिएंगे तो आपको अच्छे रिज़ल्ट मिलेंगे। ब्लड शुगर कम और नियंत्रित होता है। धनिया के कई स्वास्थ्य फायदा भी हैं। रक्त से ग्लूकोज को हटाकर उसे नियंत्रण में रखता है।
धनिये का पानी किसी भी मौसम में पिया जा सकता है। यह एक बेहतरीन डिटॉक्स ड्रिंक भी है। धनिये का पानी पीने से शरीर को ठंडक मिलती है। साथ ही साथ किडनी भी साफ हो जाती है। शरीर से अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
ये तो बोलना पड़ेगा कि रोजाना धनिये का पानी पीने से अच्छी कोई आदत नहीं है। क्योंकि यह एक आदत आपके शरीर की बीमारी प्रतिरोधक क्षमता को तेजी से बढ़ावा देगी। यदि प्राकृतिक रूप से बीमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जाए तो कोई रोग नहीं होगी। धनिया में केरोसीन और टोकोफ़ेरॉल, एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को हानि पहुंचाने वाले मुक्त कणों से लड़ते हैं।