जानिए, बेसन या चने का आटा हमारे लिए कितना है फायदेमंद
हेल्दी लाइफ के लिए संतुलित मात्रा में पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। लेकिन हमारा राष्ट्र कार्बोहाइड्रैट का सेवन अधिक करता है और प्रोटीन का कम। हालांकि प्रोटीन के लिए हमारे पास सस्ती चीजों की भरमार है। कई ऐसी दालें हैं जो प्रोटीन का खजाना है, इसके बावजूद लोग दाल का सेवन कम करते हैं। इस कारण डायबिटीज समेत हमें कई तरह की क्रोनिक बीमारियां होती हैं। ऐसे में बेसन का आटा सबसे मुफीद चीज है। बेसन यानी चने का आटा प्रोटीन का खजाना है। 164 ग्राम चना से 14.5 ग्राम प्रोटीन निकाला जा सकता है। इससे समझा जा सकता है कि बेसन या चने का आटा हमारे लिए कितना लाभ वाला है।
बेसन में पाए जाने वाले तत्व
बेसन के आटे में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटैशियम, कैल्शियम आदि तत्व पाए जाते हैं जो हार्ट सहति कई रोंगों से हमें बचाते हैं। यह डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर को गलाकर शरीर से बाहर करने की क्षमता रखता है। बेसन गंदा कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी बहुत कम कर देता है।
ब्लड शुगर कम करता
रेडक्लिफलैब के अनुसार बेसन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। बेसन का सेवन करने से शुगर को पचने में टाइम लगेगा जिसके कारण यह अचानक खून में जमा नहीं होगा। इस कारण बेसन के आटे से डायबिटीज के रोगियों को ब्लड शुगर को मैनेज करने में बहुत सरलता होती है। बेसन में उपस्थित डाइट्री फाइबर और प्रोटीन शुगर को घटाने में और सहायता करता है। स्टडी के अनुसार खाने के बाद यदि बेसन या काले चने का सेवन किया जाए तो ब्लड शुगर लेवल 36 फीसदी तक कम हो जाता है।
हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करता
बेसन में पोटैशियम और मैग्नीशियम भी प्रचूर मात्रा में पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक है। यह ऑवरऑल हार्ट डिजीज की संभावना को कम करता है। वैसे बेसन में सॉल्यूबल फाइबर उपस्थित रहता है जो ट्राईग्लिसेराइड्स और एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
वजन को कम करता
बेसन प्रोटीन का खजाना है। प्रोटीन का यदि थोड़ा अधिक भी सेवन हो जाए तो इससे वजन नहीं बढ़ता है। खासकर पेट के पास चर्बी नहीं जमा होती है। सौ ग्राम चना में 12 ग्राम डायट्री फाइबर होता है। इस कारण जब बेसन की रोटियां खाएंगे तो बहुत देर तक पेट भरा हुआ महसूस होगा। इससे वजन पर लगाम लगेगा।
किस तरह बनाएं
अपोलो हॉस्पिटल बेंगलुरु में चीफ क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ। प्रियंका रोहतगी ने कहा कि बेसन से कई चीजें बनाई जा सकती हैं। आप इससे सीधा रोटी भी बना सकते हैं। इसके अतिरिक्त करी पकौड़ा आदि तो बनाई ही जाते हैं। बेसन से सत्तू बनाया जाता है जो बिहार में बहुत लोकप्रिय है। इन सबके अतिरिक्त यदि आपको बेसन की रोटी नहीं पसंद है तो बेसन को आप साधारण आटे में थोड़ा मिला दें, इससे आपकी रोटियों में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाएगी।