स्वास्थ्य

मलेरिया बुखार में करे इन 4 आयुर्वेदिक चीजो का प्रयोग

Ayurvedic Tips: मलेरिया एक गंभीर रोग है यह खासतौर पर मानसून के समय एनोफ़ेलीज़ मच्छर के काटने से होता है बच्चों के साथ-साथ बड़े और बुजुर्गों किसी को भी मलेरिया बुखार हो सकता है जिन लोगों को मलेरिया की परेशानी होती है उन्हें आरंभ के दिनों में तेज बुखा, सिरदर्द, उल्टी, पसीना और मल में खून आना आदि समस्याएं होने लगती है यदि समय से इसका उपचार नही किया जाए तो यह यकृत, फुफ्फुसीय एडिमा और मस्तिष्क को संक्रमित कर सकते हैं हालांकि आयुर्वेद में इसके इलाज भी बताए गए हैं चलिए जानते हैं विस्तार से…

मलेरिया के लिए आयुर्वेदिक इलाज क्या है?

मलेरिया के लिए आयुर्वेदिक इलाज सप्तपर्णा की छाल

अगर किसी को मलेरिया है तो उसके लिए सप्तपर्णा की छाल काफी फायदेमंद साबित हो सकता है आयुर्वेद के मुताबिक सप्तपर्णा एक उष्णकटिबंधीय वृक्ष है इसका इस्तेमाल सिरदर्द, इन्फ्लूएंजा, मलेरिया, निमोनिया आदि के लिए किया जाता है इसकी छाल और पत्तियों में भिन्न-भिन्न तत्व होते हैं जो इन रोंगों को ठीक करने में सहायता करते हैं आप चाहे तो सप्तपर्णा की छाल का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं

मलेरिया के लिए गिलोय का करें उपयोग

आयुर्वेद में गिलोय एक का इस्तेमाल जड़ी बूटी के रूप में किया जाता है यह पूरी तरह से एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है यदि आप प्रतिदिन 5-10 मिलीलीटर गिलोय का रस पीते हैं तो इससे आपकी रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ेही और साथ ही हीमोग्लोबिन भी बढ़ेगा जो हमारे शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत देगी

मलेरिया में पिएं धनिया पानी

मलेरिया बुखार से यदि कोई ग्रसित है तो उसे धनिया का पानी का सेवन करना चाहिए इससे बुखार और सर्दी से निजात मिलेगा धनिया का पानी पीने से सूजन-रोधी गुण कम होगा साथ ही शरीर के अंदर की गर्मी को कम करता है यदि आप प्रतिदिन 10 ग्राम धनिये की पत्तियों को 500 मिलीलीटर पानी में उबालकर पीते हैं तो यह आपकी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है

मलेरिया में पिएं अदरक पाउडर

अदकर का पाउडर मलेरिया के उपचार के लिए बहुत लाभ वाला होते हैं ये यौगिक आपकी प्रतिरक्षा बनाने में सहायता करते हैं और लंबे समय तक रहने वाले बुखार से निजात भी दिलाते हैं यदि किसी को मलेरिया है तो उसे अदरक का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button