अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने की भारत की तारीफ
शराब घोटाले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद हिंदुस्तान में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने हिंदुस्तान को लोकतंत्र और न्यायिक प्रक्रिया के मूल्यों के बारे में बताया. भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के लिए अमेरिकी राजदूत की एक वर्ग द्वारा निंदा भी की गई. लेकिन अब गारसेटी के सुर अचानक बदल गए हैं। उन्होंने हिंदुस्तान की प्रशंसा करते हुए बोला कि हिंदुस्तान दुनिया के भविष्य को आकार देने में अहम किरदार निभा रहा है। यदि कोई भविष्य देखना चाहता है तो उसे हिंदुस्तान आना चाहिए, यदि आप भविष्य को ध्यान में रखकर काम करना चाहते हैं तो भी आपको हिंदुस्तान आना होगा. यह मेरे लिए गर्व की बात है कि एक अमेरिकी राजदूत के रूप में मैं हिंदुस्तान में रहकर दुनिया के भविष्य में सहयोग दे रहा हूं.
गार्सेटी ने हिंदुस्तान और अमेरिका के बीच साझेदारी को जरूरी कहा और बोला कि हम यहां किसी को कुछ सिखाने या सबक देने नहीं आये हैं। हालाँकि, हम स्वयं यहाँ कुछ सीखने और सुनने आए हैं. विचारों का आदान-प्रदान भारत-अमेरिका संबंधों का एक जरूरी पहलू है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी हिंदुस्तान का बहुत सम्मान करते हैं। गार्सेटी के साथ-साथ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने भी हिंदुस्तान की प्रशंसा की है और बोला है कि तकनीक और कई अन्य क्षेत्रों में योगदान के कारण हिंदुस्तान और अमेरिका के संबंध नयी ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं।
सुलिवन से पूछा गया कि क्या ईरान, मिस्र, यूएई और इथियोपिया ब्रिक्स संगठन में शामिल हो गए हैं और इससे अमेरिका का अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व कमजोर नहीं हो रहा है? इसके उत्तर में सुलिवन ने बोला कि मुझे लगता है कि यदि आप दुनिया के सभी प्रमुख क्षेत्रों में अमेरिका की किरदार पर नजर डालें तो आप अमेरिका को मजबूत स्थिति में खड़ा पाएंगे। अमेरिका ने नाटो संगठन को पहले से भी बड़ा बना दिया है। इसका विस्तार हुआ है। उधर, अमेरिका, जापान और फिलीपींस के बीच ऐतिहासिक त्रिपक्षीय बैठक हो रही है। अमेरिका ने वियतनाम, इंडोनेशिया और दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के साथ भी अपने संबंध प्रगाढ़ किये हैं.