अंतर्राष्ट्रीय

इज़राइल हमास युद्ध: अमेरिका ने जारी की मानवाधिकार प्रथाओं पर देश की रिपोर्ट

नई दिल्ली: इजरायल और फिलिस्तीन, जिनके बीच कई दशकों से तनावपूर्ण संबंध थे, ने अपने संघर्ष को पूर्ण इजरायल हमास युद्ध में बदल दिया , जब 6 अक्टूबर, 2023 को आतंकी संगठन ने गाजा से इजरायल पर 5000 रॉकेट दागे, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए. इस हमले से युद्ध प्रारम्भ हो गया है जो पिछले छह महीने से चल रहा है और दोनों में से कोई भी राष्ट्र पीछे हटने को तैयार नहीं है. युद्ध के परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गए, लोगों को प्रताड़ित किया गया और बंधक बना लिया गया, यौन अत्याचार हुई और दोनों राष्ट्रों के लोगों के बुनियादी मानवाधिकारों का एक से अधिक उपायों से दुरुपयोग किया गया. अब, संयुक्त राज्य अमेरिका ने मानवाधिकार प्रथाओं पर अपनी राष्ट्र रिपोर्ट जारी की है जो हर वर्ष जारी की जाती है और उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला है कि कैसे इज़राइल ने गाजा में मानवाधिकारों का दुरुपयोग किया है; अमेरिका ने यह भी उल्लेख किया है कि युद्ध में मानवाधिकारों के हनन के लिए दोनों राष्ट्र समान रूप से उत्तरदायी हैं .

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, अमेरिकी विदेश विभाग ने मानवाधिकार प्रथाओं पर अपनी वार्षिक राष्ट्र रिपोर्ट जारी की और गाजा में मानवाधिकारों के हनन पर चिंताओं को रेखांकित करते हुए इज़राइल पर प्रकाश डाला. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मानवाधिकार संबंधी चिंताओं को संबोधित करते हुए कहा, “गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष मानवाधिकारों के लिए गहरी परेशान करने वाली चिंताएं पैदा कर रहा है.” रिपोर्ट में बोला गया है कि गाजा पट्टी में इज़राइल और हमास के बीच परिणामी संघर्ष का इज़राइल में मानवाधिकार की स्थिति पर “महत्वपूर्ण नकारात्मक प्रभाव” पड़ा है.

अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह भी बोला कि अमेरिका ने 7 अक्टूबर के हमास आतंकी हमलों की आलोचना की है और साथ ही इज़राइल से अपनी प्रतिक्रिया में नागरिक क्षति को कम करने का आग्रह किया है. इज़राइल पर अनुभाग, जो 103 पृष्ठों का है, एक दर्जन से अधिक प्रकार के मानवाधिकारों के हनन की “विश्वसनीय रिपोर्ट” दर्ज करता है, जिसमें न्यायेतर हत्याएं, यातना, मनमानी हिरासत, संघर्ष-संबंधी यौन अत्याचार या सजा और परिवार के सदस्यों की सजा शामिल है. किसी सम्बन्धी द्वारा कथित अपराध इसमें हमास और इजरायली गवर्नमेंट दोनों द्वारा “गैरकानूनी हत्याओं” की विश्वसनीय रिपोर्टों का हवाला दिया गया.

ब्लिंकन ने अपनी टिप्पणी में कहा कि अमेरिका ने “स्पष्ट” कर दिया है कि इज़राइल को अंतर्राष्ट्रीय कानून का पालन करने की जरूरत है “और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव सावधानी बरतनी चाहिए.” उन्होंने इस बात पर बल दिया कि विभाग अभी भी युद्ध के दौरान गाजा में नागरिक मौतों के बारे में “तत्काल” चिंता जता रहा है. रिपोर्ट में बोला गया है कि अमेरिका ने गाजा में मानवीय सहायता पहुंच, नागरिक विस्थापन और “अभूतपूर्व” पत्रकारों की मृत्यु के बारे में भी “बार-बार” चिंताएं उठाईं.

हाल ही में, इज़राइली युद्ध मंत्रिमंडल, जिसमें इज़राइली पीएम नेतन्याहू भी शामिल थे, ने अपने शेष बंधकों की रिहाई पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की. जबकि कई राष्ट्र युद्धरत राष्ट्रों के बीच युद्धविराम की स्थिति बनाने की प्रयास कर रहे हैं, लेकिन इज़राइल ने साफ कर दिया है कि अभी तक ऐसा नहीं हुआ है और वे “अतिरिक्त और भयावह झटके” देंगे और “सैन्य और सियासी दबाव” बढ़ाएंगे. आतंकी संगठन पर यह सुनिश्चित करने के लिए कि इज़राइल के बंधकों को रिहा कराया जाए. युद्ध अभी ख़त्म नहीं हुआ है

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