अंतर्राष्ट्रीय

ईरान के विदेश मंत्री इजरायल का मजाक उड़ाते आये नजर

Iran Israel War Latest News: मिडिल-ईस्ट में जारी तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्री इजरायल का मजाक उड़ाते नजर आए हैं. ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने बोला कि शुक्रवार तड़के इस्फहान पर ड्रोन हमले में जिन हथियारों का इस्तेमाल किया गया, वे ‘बच्चों के खिलौने’ जैसे थे. बता दें कि एक दिन पहले मध्य ईरान में स्थित इस्फहान के पास एक प्रमुख हवाई अड्डे के करीब विस्फोटों की आवाज सुनाई दी थी. जिसके बाद ईरान ने शुक्रवार सुबह वायु रक्षा बैटरी दागीं थीं. इजरायल पर ईरान के अप्रत्याशित ड्रोन और मिसाइल हमलों के कुछ दिन बाद सुनी गई इन आवाजों ने संभावित इजरायली हमले की संभावना पैदा कर दी.

हालांकि ईरान इसे हल्के में से रहा है. ईरान के किसी भी अधिकारी ने इस संभावना को प्रत्यक्ष रूप से स्वीकार नहीं किया और इजरायली सेना ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. ऐसे में अभी यह साफ नहीं है कि क्या ईरान पर धावा हुआ है. इस बीच अमेरिकी चैनल एनबीसी न्यूज से बात करते हुए होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा, “कल रात जो हुआ वह कोई धावा नहीं था. वे उन खिलौनों की तरह थे जिनसे हमारे बच्चे खेलते हैं वे कोई ड्रोन नहीं थे.

अमीर-अब्दुल्लाहियन इस समय संयुक्त देश सुरक्षा परिषद सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका के न्यूयॉर्क में उपस्थित हैं. उन्होंने बोला कि जब तक इजरायल कोई बड़ा कदम नहीं उठाता, ईरान हमले का उत्तर देने की योजना नहीं बना रहा है. उन्होंने कहा, “जब तक हमारे हितों के विरुद्ध इजरायल द्वारा कोई नया दुस्साहस नहीं किया जाता है, तब तक हमारी कोई नयी प्रतिक्रिया नहीं होगी.

अमीर-अब्दुल्लाहियन ने यह चेतावनी भी दी कि यदि इजरायल ने ईरान पर धावा करने का निर्णय किया तो बहुत बड़ा अंजाम भुगतना होगा. उन्होंने आगे कहा, “अगर इजराइल मेरे राष्ट्र के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई करता है (और) यह हमें इसका पता चलता है, तो हमारा उत्तर ऐसा होगा जिससे उन्हें पछताना पड़ेगा.” अमीर-अब्दुल्लाहियन ने बोला कि धावा “एक चेतावनी” था. हम हाइफा और ऑयल अवीव पर धावा कर सकते थे. हम इजरायल के सभी आर्थिक बंदरगाहों को भी निशाना बना सकते थे. लेकिन वहां के नागरिक हमारे लिए रेड-लाइन थे. हमारा सिर्फ़ एक सेना उद्देश्य था.

गौरतलब है कि एक अप्रैल को दमिश्क में ईरानी वाणिज्य दूतावास की इमारत पर हुए हमले में वरिष्ठ ईरानी सेना नेताओं सहित तेरह लोग मारे गए थे. इजरायल ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन ईरानी मीडिया के अनुसार, इस हमले के पीछे उसका ही हाथ बताया जा रहा है. ईरान के सेना बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के कमांडर ने सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमले में शामिल लोगों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी. हमले के लिए इजराइल को उत्तरदायी ठहराया जा रहा है. हमले में ईरान का वाणिज्य दूतावास नष्ट हो गया था.

ईरान ने 12 दिनों के बाद 300 से अधिक मिसाइलों और ड्रोनों से इजरायल पर एक अभूतपूर्व सेना धावा करके उत्तर दिया. हालांकि इजरायल को इस हमले से कोई बड़ी क्षति नहीं हुई क्योंकि लगभग सभी मिसाइलों और ड्रोनों को इजरायली वायु रक्षा प्रणालियों, अमेरिका, ब्रिटेन और जॉर्डन के जेट विमानों द्वारा रोक दिया गया था.

 

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