ईरान में फंसे 17 भारतीय सदस्यों में से एक केरल की महिला भारत वापस आने में रही सफल
ईरान ने इजरायल पर 14 अप्रैल को मिसाइल हमले से एक दिन पहले यानि 13 अप्रैल को हॉर्मुज जलडमरूमध्य के निकट इजरायली जहाज को जब्त कर लिया था. ईरान ने इजरायली जहाज पर कमांडो के जरिये धावा करने के बाद उसे अपने कब्जे में ले लिया था, उसमें 17 भारतीय लोग भी सवार थे. यह सूचना सामने आने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने हिंदुस्तानियों की रिहाई के लिए ईरान से संपर्क साधना प्रारम्भ कर दिया था. अब भारतीय विदेश मंत्रालय के कोशिश से 17 भारतीय सदस्यों में से एक केरल की रहने वाली स्त्री को हिंदुस्तान वापस लाने में कामयाबी मिली है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मालवाहक पोत एमएससी एरीज पर सवार भारतीय चालक दल में शामिल केरल के त्रिशूर की रहने वाली स्त्री कैडेट ऐन टेस्सा जोसफ को रिहा करा लिया गया है. वह अपने घर कोचीन पहुंची कई हैं. इसके अतिरिक्त तेहरान में भारतीय मिशन मालवाहक पोत एमएससी एरीज के बाकी 16 भारतीय कर्मियों के साथ संपर्क में है. उन्हें भी जल्द रिहा कराया जाएगा. विदेश मंत्रालय ने बोला कि वह तेहरान में भारतीय मिशन एमएससी एरीज के चालक दल के बाकी सदस्यों की कुशलता के लिए ईरान के ऑफिसरों के साथ संपर्क में है. उन सभी की रिहाई के लिए भी कानूनी प्रक्रिया चल रही है. जिन्हें जल्द रिहाई मिलने की आशा है. हालांकि यह नहीं कहा गया है कि बाकी सदस्यों की रिहाई में देरी क्यों हो रही है.
13 अप्रैल को ईरान ने किया था जहाज पर हमला
बीते 13 अप्रैल को ईरान ने इस इजरायली जहाज पर धावा किया था. यह जहाज एक इजराइली अरबपति व्यवसायी के आंशिक स्वामित्व वाली कंपनी से संबद्ध मालवाहक जहाज था, जिस पर सवार 17 भारतीय नागरिकों सवार थे. अब उनमें से 16 अन्य को मुक्त कराने के लिए हिंदुस्तान ईरान के संपर्क में है. ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ने की पृष्ठभूमि में यह घटनाक्रम हुआ था. इसके अगले ही दिन ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलों से धावा भी कर दिया था. इजरायल अब इस हमले का उत्तर देने की तैयारी कर रहा है.