अंतर्राष्ट्रीय

एलन मस्क और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानी आये आमने-सामने

ऑस्ट्रिलियन पीएम एंथनी अल्बानीज और X के मालिक एलन मस्क

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X से सिडनी क एक बिशप की मर्डर से जुड़े कंटेंट हाइ करने के न्यायालय के आदेश के बाद कंपनी के मालिक एलन मस्क और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानी आमने-सामने आ गए हैं.

 

कोर्ट के आदेश पर मस्क ने कहा, ‘आदेश का मतलब है कि कोई भी राष्ट्र पूरे इंटरनेट को कंट्रोल कर सकता है.‘ मस्क के इस बयान पर पलटवार करते हुए पीएम एंथनी अल्बानीज ने बोला कि राष्ट्र ‘इस अहंकारी अरबपति से निपटने के लिए जो भी जरूरी होगा वह करेगा.

15 अप्रैल को वेस्टर्न सिडनी में बिशप की मर्डर हुई थी
दरअसल, 15 अप्रैल को वेस्टर्न सिडनी के वेकले में ‘क्राइस्ट द गुड शेफर्ड’ चर्च के बिशप ‘मार मारी इमैनुएल’ की चाकू मारकर मर्डर कर दी गई थी. इस चाकूबाजी में दो लोग घायल हुए थे.

इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की फेडरल न्यायालय ने सोमवार देर रात राष्ट्र के साइबर रेगुलेटर ईसेफ्टी कमिश्नर को मुद्दे से जुड़े पोस्ट 2 दिनों के लिए हाइड कराने का आदेश दिया था. इसके विरुद्ध मस्क की कंपनी न्यायालय चली गई गई थी.

सिडनी के वेकले में ‘क्राइस्ट द गुड शेफर्ड’ चर्च में एक चर्च सेवा के दौरान एक आदमी ने बिशप ‘मार मारी इमैनुएल’ को चाकू मार दिया था.

अल्बानीज बोले- मस्क समझते हैं, वह कानून से ऊपर हैं
अल्बानीज ने कहा, मस्क सोचते हैं कि वह कानून से ऊपर हैं. उन्होंने कहा, ‘यह विचार कि कोई आदमी किसी प्लेटफॉर्म पर हिंसक कंटेंट डालने के अधिकार के लिए न्यायालय जाएगा, यह दर्शाता है कि मिस्टर मस्क कितने आउट-ऑफ-टच हैं.‘ सोशल मीडिया को सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाने की आवश्यकता है.

किसी एक राष्ट्र के कहने पर कंटेंट सेंसर करना ठीक नहीं
अपने X हैंडल पर एक पोस्ट में मस्क ने कहा- हमने मुद्दे से जुड़े सभी कंटेंट ऑस्ट्रेलिया से हटा दिए हैं. लेकिन, कंपनी की चिंता यह है कि ऑस्ट्रेलियाई ‘ई-सेफ्टी कमिसार’ की मांग पर यदि पूरे विश्व से किसी कंटेंट को हटा लिया जाता है, तो किसी और राष्ट्र को पूरे इंटरनेट को कंट्रोल करने से कैसे रोका जा सकता है.

मस्क बोले- X का मतलब फ्री स्पीच और सच
मस्क ने अपने X हैंडल से एक मीम पोस्ट किया जिसमें यह दिखाया गया है कि X का मतलब ‘फ्री स्पीच और सच’ है जबकि अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘सेंसरशिप और प्रोपेगेंडा’ से चलते हैं.

X अंतरराष्ट्रीय सेंसरशिप आदेशों के विरुद्ध लड़ रहा है
डोज डिजाइनर नाम के एक X हैंडल ने लिखा कि, ऑस्ट्रेलिया के ई-सेफ्टी कमिश्नर ने ग्लोबली कुछ पोस्ट को रोकने का आदेश दिया है. ऐसा नहीं करने पर प्रतिदिन 5 लाख $ (करीब ₹4.16 करोड़) फाइन लगाने की बात कही है. X इन अंतरराष्ट्रीय सेंसरशिप आदेशों के विरुद्ध लड़ रहा है. अब X प्रीमियम मेंबरशिप लेकर इस प्लेटफॉर्म का समर्थन करने का समय आ गया है.

एलन मस्क के सोशल मीडिया प्लेटफार्म X ने हिंदुस्तान में एक महीने के अंदर 2 लाख से अधिक अकाउंट्स को बैन कर दिया है. इन अकाउंट्स को चाइल्ड सेक्शुअल एब्यूज और न्यूडिटी को बढ़ावा देने वाले बैन किया गया है.

इलेक्शन कमीशन ऑफ इण्डिया (ECI) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X को चार चुनावी पोस्ट हटाने का आदेश दिया. इनमें YSR कांग्रेस, AAP, एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पोस्ट शामिल हैं. ECI का बोलना है कि इन चार पोस्ट ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button