कांता राव : महत्वपूर्ण खनिजों के लिए भारत की अफ्रीका पर टिकी हुई हैं नजरें
अफ्रीकी राष्ट्र प्राकृतिक संसाधनों से भरे हैं. अफ्रीका में विश्व के खनिज भंडार का लगभग 30 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस करीब 8 फीसदी और अंतरराष्ट्रीय ऑयल भंडार का 12 प्रतिशत हिस्सा है. अफ्रीका महाद्वीप में दुनिया का 40 प्रतिशत सोना और 9 फीसदी तक तक क्रोमियम और प्लेटिनम है. दुनिया में कोबाल्ट,हीरा,प्लेटिनम और यूरेनियम का सबसे बड़ा भंडार अफ्रीका में है. अफ्रीका के एक राष्ट्र कांगो में ही दुनिया के कुल कोबाल्ट का आधा हिस्सा उपस्थित है. लीथियम आयन की बैटरियों में कोबाल्ड बहुत महत्वपूर्ण तत्व है. ऐसे में हिंदुस्तान की नजरें में अफ्रीकी महाद्वीप के राष्ट्रों पर टिकी हुई हैं.
अफ्रीका पर नजरें
केंद्रीय खान सचिव वी एल कांता राव ने शुक्रवार को बोला कि कोबाल्ट और अन्य जरूरी खनिजों के लिए हिंदुस्तान की अफ्रीका पर नजरें टिकी हुई हैं. इसके साथ ही उन्होंने बोला कि राष्ट्र लिथियम ब्लॉक के लिए अभी भी ऑस्ट्रेलिया के साथ वार्ता कर रहा है. राव ने नयी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, ”हम लिथियम और कोबाल्ट सहित जरूरी खनिजों के लिए अफ्रीका के जाम्बिया, नामीबिया, कांगो, घाना और मोजाम्बिक राष्ट्रों में संभावनाएं तलाश रहे हैं.” उन्होंने बोला कि, प्रौद्योगिकी, विनिर्माण और अन्य उद्योगों के लिए जरूरी खनिजों की काफी अहम उपयोगिता है.
तैयार किए जा रहे हैं नियम
राव ने बोला कि अपतटीय खनिज ब्लॉकों की नीलामी से जुड़े नियमों को तैयार किया जा रहा है. उन्होंने बोला कि 10 अपतटीय ब्लॉकों को बिक्री के लिए रखा जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने साफ किया कि अपतटीय ब्लॉकों की नीलामी आम चुनाव के बाद होगी. खान सचिव ने बोला कि जरूरी खनिजों की नीलामी के पहले दौर का नतीजा 10 दिनों में आ जाएगा.
खनिज ब्लॉक की नीलामी
केंद्रीय खान सचिव ने आगे बोला कि जम्मू और कश्मीर में लिथियम ब्लॉक की नीलामी अब तीसरी किस्त में की जाएगी क्योंकि इसके लिए सिर्फ़ दो बोलियां ही आई थीं. इसे पहले दौर में बिक्री के लिए रखा गया था. गवर्नमेंट ने इस महीने जरूरी और रणनीतिक खनिजों की नीलामी का तीसरा चरण प्रारम्भ किया है. इस दौर में कुल सात जरूरी खनिज ब्लॉक की नीलामी की जा रही है. भाषा