चीन के सस्ते सामानों से अमेरिका में नौकरियों पर संकट
अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन की ओर से एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने सोमवार ( 8 अप्रैल ) को बोला कि बाइडन प्रशासन अमेरिका में नौकरियों को खतरा पैदा करने वाली एक औद्योगिक नीति को बदलने के लिए चीन पर दबाव डालेगा। उनका यह बयान चीनी ऑफिसरों के साथ चार दिवसीय वार्ता समाप्त होने के बाद आया है।
क्या थे वार्ता के मुद्दे
येलेन की यात्रा के केंद्र में मुख्य विषय औद्योगिक नीति, और चीन के मैन्युफैक्चरिंग की अत्यधिक क्षमता से जुड़े हुए मामले थे। अमीर राष्ट्रों को यह डर सता रहा है, कि चीन के सस्ते उत्पादों के एक्सपोर्ट से उनके राष्ट्र के कारखानों पर असर पड़ेगा।येलेन ने इलेक्ट्रिक वाहनों उनकी बैटरी और सौर ऊर्जा उपकरण के विनिर्माण का उल्लेख किया है। ये ऐसे क्षेत्र हैं, जिन्हें अमेरिकी प्रशासन घरेलू स्तर पर बढ़ावा देने की प्रयास कर रहा है। हालांकि, इन क्षेत्रों में चीन गवर्नमेंट से दी जा रही सब्सिडी ने उत्पाद का तेजी से विस्तार किया है।अमेरिका की वित्त मंत्री ने आगे कहा, कि चीन आज जो कदम उठा रहा है वह उत्पादों के अंतरराष्ट्रीय मूल्य में परिवर्तन ला सकता है। साथ ही उन्होंने कहा, कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार सस्ते चीनी उत्पादों से अटा पड़ा होगा, तब अमेरिकी और अन्य विदेशी कंपनियों की व्यवहार्यता पर प्रश्न उठेंगे। येलेन ने बीजिंग में अमेरिकी राजदूत के घर के बाहर संवाददाता सम्मेलन में कहा, कि हमारा इरादा इन वार्ता के दौरान चीन की नीति में परिवर्तन की आवश्यकता को दर्शाता है। साथ ही उन्होंने यूक्रेन में युद्ध पर, चेतावनी दी कि रूस को सेना या दोहरे इस्तमाल वाली चीजों की बिक्री में सहायता पहुंचाने वाले किसी भी बैंक को अमेरिकी प्रतिबंधों की सामना करना पड़ेगा। कहा जा रहा है, कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पूर्व अध्यक्ष येलेन ने सोमवार( 8 अप्रैल ) सुबह चीन के केंद्रीय बैंक के गवर्नर पैन गोंगशेंग से मुलाकात की थी।