जानें, किम जोंग उन ने डंके की चोट पर क्यों कह दिया ये
North Korea: एक तरफ इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है, दूसरी तरफ रूस और यूक्रेन आपस में लड़ रहे हैं। इसी बीच उत्तर कोरिया भी जंग की बात करने लगा है। उत्तर कोरिया की तरफ से जंग की बात किसी और ने नहीं बल्कि तानाशाह किम जोंग उन ने स्वयं ही डंके की चोट पर बोला है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
‘तत्काल जंग के लिए तैयार रहो’
केसीएनए समाचार एजेंसी ने गुरुवार को कहा कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने राष्ट्र के मुख्य सेना यूनिवर्सिटी का निरीक्षण किया। किम जोंग उन ने बुधवार को किम जोंग इल यूनिवर्सिटी ऑफ मिलिट्री एंड पॉलिटिक्स में जाकर वहां के लोगों से मुलाकात की। इस यूनिवर्सिटी का नाम किम ने अपने पिता के नाम पर रखा है। जिनकी 2011 में मौत हो गई थी। इस दौरान उन्होंने आदेश दिया कि अब युद्ध के लिए पहले से कहीं अधिक तैयार रहने का समय है। किम का बयान ऐसे समय में आया है, जब उत्तर कोरिया के आसपास राष्ट्रों से संबंध अच्छे नहीं हैं। जिसमें किम जोंग की सबसे बड़ी मुसीबत दक्षिण कोरिया हैं। अमेरिका पहले से ही किम जोंग को पसंद नहीं कर रहा है। इसलिए किम ने अपनी सेना को पहले से ही जंग के लिए तैयार रहने को बोल दिया है।
किम को कहां से आई ताकत
उत्तर कोरिया ने किम के नेतृत्व में हाल के सालों में बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलों के परीक्षण सहित हथियारों के विकास में तेजी दिखाई है। इसके साथ उसकी दोस्ती पुतिन से भी हो गई है। किम ने रूस के साथ घनिष्ठ सेना और सियासी संबंध बनाए हैं, कथित तौर पर रणनीतिक सेना परियोजनाओं में सहायता के बदले में यूक्रेन के साथ युद्ध में मास्को की सहायता की है।
दुश्मनों को मिटा देंगे
केसीएनए ने यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों और विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए किम ने खूब हुंकार भरी। उनका बोलना था कि कोई भी शत्रु उत्तर कोरिया से लड़ने की हौसला करेगा तो राष्ट्र किसी हिचकिचाहट के अपने कब्जे में सभी साधन जुटाकर शत्रु को मृत्यु का झटका देगा।
उत्तर कोरिया ने बढ़ाई अपनी ताकत
किम का बयान हाइपरसोनिक इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण लॉन्च की नज़र के एक महीने बाद आया है। विश्लेषकों का मानना है कि यह मिसाइल तरल-ईंधन वेरिएंट की तुलना में उत्तर कोरिया की मिसाइलों को अधिक कारगर ढंग से तैनात करने की क्षमता को बढ़ाएगी। इन सभी घटनाक्रमों ने दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच चिंता बढ़ा दी है। बढ़ते तनाव के बीच उत्तर कोरिया ने दोनों राष्ट्रों पर “युद्धाभ्यास” करके “सैन्य तनाव भड़काने” का इल्जाम लगाया है।