दुनिया में खतरनाक जंग की तैयारी में चीन
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शुक्रवार को साइबर युद्ध के लिए जनवादी मुक्ति सेना (पीएलए) की एक नयी शाखा सूचना सहायता बल की आरंभ की. उन्होंने बोला कि यह एक रणनीतिक शाखा और दुनिया की सबसे बड़ी सेना का एक प्रमुख स्तंभ होगा. चिनफिंग सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के अध्यक्ष होने के अतिरिक्त चीनी सेना के समग्र उच्च कमान, केंद्रीय सेना आयोग (सीएमसी) के भी प्रमुख हैं. उन्होंने बोला कि सूचना सहायता बल (आईएसएफ) की स्थापना की जा रही है जो एक मजबूत सेना के निर्माण की समग्र जरूरत के आलोक में सीपीसी और सीएमसी द्वारा लिया गया एक बड़ा फैसला है.
अंतरिक्ष और साइबर युद्ध में चीन दुनिया से निकल चुका है कोसों आगे
जमीनी युद्ध, हवाई युद्ध और समुद्री युद्ध में उलझी दुनिया से चीन कोसों आगे निकल चुका है. चीन ने अंतरिक्ष में भी अपने सैनिकों की तैनाती कर रखी है. अब वह साइबर युद्ध के लिए अलग यूनिट का गठन कर चुका है. इन क्षेत्रों में चीन की बढ़ती ताकत से अमेरिका समेत दुनिया के अनेक राष्ट्र दंग हैं. चीन द्वारा हाल में गठित सूचना सहायता बल (आईएसएफ) को पीएलए के रणनीतिक समर्थन बल (एसएसएफ) का संशोधित संस्करण बताया जा रहा है जिसे 2015 में अंतरिक्ष, साइबर, सियासी और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध से निपटने के लिए स्थापित किया गया था।