अंतर्राष्ट्रीय

दुबई में भीषण बाढ़ के बीच फंसे भारतीयों के लिए आई ये राहत की बड़ी खबर

दुबई की बाढ़ और बारिश में फंसे हिंदुस्तानियों और राष्ट्र के हवाई यात्रियों के लिए हिंदुस्तान ने पहले ही हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया था. अब दुबई में स्थित भारतीय कंसुलेट जनरल ऑफ इण्डिया ने आधिकारिक बयान में बोला है कि – हम फंसे हुए यात्रियों की सुविधा के लिए यूएई ऑफिसरों और एयरलाइंस के संपर्क में हैं. एयरलाइंस की ओर से नियमित अपडेट यात्रियों को दिए जा रहे हैं. भारतीय सामुदायिक संगठनों के योगदान से राहत तरीका बढ़ाए गए हैं. बता दें कि बाढ़ और बारिश के चलते दुबई में हवाई, मेट्रो और सड़क यातायात ठप हो गया है. स्कूल, कॉलेज, मॉल, बाजार और प्रमुख प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए हैं. जगह-जगह सड़कों, गलियों और मकानों में पानी भर गया है.

दुबई में 75 सालों की सबसे बड़ी बाढ़ आने के बाद हिंदुस्तान ने अपने लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.  दुबई और उत्तरी अमीरात में चरम मौसम की स्थिति से प्रभावित और सहायता की आवश्यकता वाले भारतीय नागरिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर निम्न हैं…. +971501205172, +971569950590, +971507347676, +971585754213… इन मोबाइल नंबरों पर दुबई में फंसे भारतीय संपर्क कर किसी भी तरह की सहायता हासिल कर सकते हैं.

कैसे आई दुबई में बाढ़

दुबई में भयानक बाढ़ के पीछे कई रिपोर्टों में क्लाउड सीडिंग को वजह कहा जा रहा है. संयुक्त अरब अमीरात के पूर्वी तट पर स्थित फुजैराह में मंगलवार को 14.5 सेमी (5.7 इंच) बारिश दर्ज हुई. कई रिपोर्टों दुबई में अचानक आई इस बाढ़ को “क्लाउड सीडिंग” से जोड़ा गया है. रिपोर्ट में बोला गया है कि यूएई गवर्नमेंट ने विशेष नमक की लौ जलाने वाले छोटे विमानों को बादलों के बीच से गुजारा. इससे वर्षा बढ़ गई. राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानियों के हवाले से कई लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने बारिश से पहले छह या सात क्लाउड सीडिंग उड़ानें भरीं हैं.

दुबई का फ्लाइट-ट्रैकिंग डेटा भी इसी ओर इशारा कर रहा है. डेटा विश्लेषण से पता चला है कि यूएई के क्लाउड सीडिंग प्रयासों से जुड़े एक विमान ने रविवार को राष्ट्र भर में बादलों के बीच उड़ान भरी. बता दें कि यूएई अपने घटते, सीमित भूजल को बढ़ाने के लिए क्लाउड सीडिंग करता है. साथ ही पानी के लिए ऊर्जा की खपत करने वाले अलवणीकरण संयंत्रों पर बहुत अधिक निर्भर करता है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button