ब्रायन डोर्सी की मौत ने फिर से उठाए लेथल इंजेक्शन पर सवाल
अमेरिका के मिसौरी राज्य में बीते मंगलवार को ब्रायन डोर्सी को लेथल इंजेक्शन देकर मृत्यु की सजा दी। डोर्सी को 2006 में अपने चचेरे भाई सारा बोनी और उनके पति बेंजामिन बोनी की मर्डर के अपराध में सजा सुनाई गई थी। हाल के दिनों में उनकी सजा को जीवन भर जेल में बदलने की कोशिशें असफल रहीं।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मिसौरी सुधार विभाग की प्रवक्ता करेन पोजमैन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मृत्यु की सजा देने का तरीका लेथल इंजेक्शन था और यह बिना किसी परेशानी के सुचारू रूप से चला। 52 वर्षीय डोर्सी को फांसी देने की यह कार्रवाई अमेरिकी उच्चतम न्यायालय द्वारा हस्तक्षेप करने से इनकार करने के कुछ घंटों बाद और मिसौरी के रिपब्लिकन गवर्नर द्वारा क्षमा देने से इनकार करने के लगभग एक दिन बाद हुई।
लेथल इंजेक्शन: विवादों में घिरा मृत्युदंड का तरीका
लेथल इंजेक्शन संयुक्त राज्य अमेरिका में मृत्यु की सजा देने का सबसे आम तरीका है। इसमें गुनेहगार को कई दवाओं का इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे उन्हें पहले बेहोश कर दिया जाता है और फिर उनकी मौत हो जाती है। हालांकि, लेथल इंजेक्शन एक विवादास्पद विषय है।
लेथल इंजेक्शन से असहनीय पीड़ा
ह्युमन राइट्स ग्रुप का तर्क है कि यह क्रूर और असामान्य सजा है। साथ ही यह अक्सर असहनीय पीड़ा का कारण बनता है। कुछ कानूनी विद्वानों का यह भी तर्क है कि लेथल इंजेक्शन संविधान के आठवें संशोधन का उल्लंघन करता है, जो असामान्य और क्रूर सजा को प्रतिबंधित करता है।
क्या टकराव समाप्त होंगे?
अमेरिका में खतरनाक इंजेक्शन पर बहस जारी है। कुछ राज्यों ने इस पद्धति को खत्म कर दिया है, जबकि अन्य राज्यों ने इसे बनाए रखा है। ब्रायन डोरसी की मृत्यु की सजा अमेरिका में मृत्यु की सजा पर बहस को फिर से हवा दे सकती है। लेथल इंजेक्शन की ह्यूमैनिटी पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं और कुछ राज्य मृत्यु की सजा को पूरी तरह से समाप्त करने पर विचार कर रहे हैं। यह देखना बाकी है कि भविष्य में अमेरिका में मृत्यु की सजा का क्या स्वरूप होगा।