इंडोनेशिया में ज्वालामुखी के मुहाने पर गणेश जी की 700 साल पुरानी प्रतिमा विराजमान
माउंट ब्रोमो गणेश मूर्ति: देशभर में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस शुभ अवसर पर नेता से लेकर अदाकार तक सभी बप्पा की भक्ति में डूबे हुए हैं। आम लोग भी श्रद्धापूर्वक गणपति बप्पा की पूजा कर रहे हैं। यह उत्सव पूरे राष्ट्र में चल रहा है। मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री सेलिब्रिटीज से लेकर उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर भी गणपति बप्पा की स्थापना होती है। इस बीच हम आपको गणपति की एक महिमा के बारे में बता रहे हैं, जिससे बहुत से लोग अनजान हैं।
ज्वालामुखी के मुहाने पर विराजमान हैं गौरी पुत्र गणेश!
भारत के मशहूर गणेश मंदिरों की परिक्रमा करते समय आपने गजानन के कई रूप देखे होंगे। मुंबई के सिद्धिविनायक से लेकर पुणे के मयूरेश्वर और सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणपति से लेकर जयपुर के मोतीडूंगरी के गणेश जी तक की महिमा आपने सुनी होगी।
लेकिन क्या आपने कभी ऐसे मंदिर या स्थान के बारे में सुना है जो एक्टिव ज्वालामुखी के शीर्ष पर हो? अगर नहीं तो हम आपको बता दें कि इंडोनेशिया में ज्वालामुखी के मुहाने पर गणेश जी की 700 वर्ष पुरानी प्रतिमा विराजमान है।
भगवान प्रकट करते हैं सुरक्षा,
यहां हर वर्ष हजारों भक्त गणपति के दर्शन के लिए आते हैं। यह प्रतिमा विदेशी पर्यटकों की जिज्ञासा का भी प्रतीक है। ज्वालामुखी के मुहाने पर स्थित यह प्रतिमा ऐसी दिखती है मानो ईश्वर गणेश स्वयं ज्वालामुखी से लोगों की रक्षा कर रहे हों। आपको बता दें कि ज्वालामुखी के पास रहने वाले लोगों को तानगर बोला जाता है, ये लोग अपनी मूर्ति के साथ-साथ प्रत्येक दिन ईश्वर गणेश की इस मूर्ति की भी पूजा करते हैं।
पवित्र पर्वत इंडोनेशियाई डॉट कॉम में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार,
कुछ लोग इसे स्वयं स्थापित मूर्ति कहते हैं, जबकि अन्य इसे इंडोनेशिया के निवासियों की पैतृक पूजा से जोड़कर देखते हैं। यह मूर्ति माउंट ब्रोमो नाम के पहाड़ पर स्थापित है, जिसे राष्ट्र के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। इस पर्वत का नाम ईश्वर ब्रह्मा के नाम पर रखा गया है। यह ज्वालामुखी ब्रोमो टैनेजर सेमेरू नेशनल पार्क में उपस्थित है। यहां के सदियों पुराने मंदिरों को देखकर यह समझा जा सकता है कि यहां के लोगों की भी हिंदू देवी-देवताओं में अटूट आस्था है।
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