इन करतूतों से बाज नहीं आ रहा चीन, पीएम मोदी की अरुणाचल विजिट पर जताया विरोध
पीएम मोदी ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने हजारों करोड़ रुपयों की परियोजनाओं का उद्घाटन किया था। इनमें सबसे खास थी सबसे लंबी सुरंग सेला पास। यह दुनिया की सबसे हाइट पर यानी 13000 फीट पर बनी सुरंग है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दौरे और हजारों करोड़ों रुपयों की अरुणाचल में सौगात से बौखला गया है। चीन की स्थिति ‘खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे’ जैसी हो गई है। चीन ने उनके इस दौरे को लेकर हिंदुस्तान के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।
चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपने अधिकार का गलत दावा करते हुए बोला कि हिंदुस्तान के इस कदम से सीमा टकराव और जटिल ही होंगे। ये पहला मौका नहीं है कि चीन ने ऐसा दावा किया हो, वह पहले भी भारतीय लीडर्स के अरुणाचल दौरे के दौरान गलत दावे करता रहा है। हिंदुस्तान ने कठोरता से इन दावों को खारिज किया है।
पीएम के अरुणाचल दौरे पर चीन की आपत्ति
सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने पीएम मोदी की शनिवार को हुई अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर विरोध जताई। उन्होंने बोला कि जंगनान (अरुणाचल प्रदेश) क्षेत्र चीनी क्षेत्र है। चीन ने हिंदुस्तान द्वारा गैरकानूनी रूप से स्थापित तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को कभी मान्यता नहीं दी और वह इसका दृढ़ता से विरोध करता है। उन्होंने बोला कि चीन-भारत सीमा प्रश्न अभी तक हल नहीं हुआ है।
जानिए क्या कहे चीन के प्रवक्ता?
भारत को चीन के जंगनान क्षेत्र को मनमाने ढंग से विकसित करने का कोई अधिकार नहीं है। प्रवक्ता वांग वेनबिन ने आगे बोला कि हिंदुस्तान के इस तरह के कदमों से सिर्फ़ सीमाई टकराव और जटिल होगा। उन्होंने बोला कि भारत-चीन सीमा के पूर्वी हिस्से में भारतीय नेता की यात्रा से ड्रैगन असंतुष्ट है और इसका विरोध करता है। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते शनिवार को अरुणाचल प्रदेश का दौरा कर हजारों करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था।