रूस के आतंकी हमलों में मरने वालों की संख्या हुई 115
मॉस्कोः रूस की राजधानी मॉस्को में शुक्रवार को हुए बड़े आतंकवादी हमले में मरने वालों की संख्या अब 115 पहुंच गई है. बता दें कि हमलावरों ने एक बड़े कार्यक्रम स्थल पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की जिसमें तीन बच्चों समेत अब तक 115 लोगों की मृत्यु हो गई. इस हमले के बाद 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है. हमलावरों ने गोलीबारी के बाद कार्यक्रम स्थल को आग लगा दी. इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. रूस की सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ के अनुसार, संघीय सुरक्षा सेवा के प्रमुख ने शनिवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कहा कि हिरासत में लिए गए 11 लोगों में से चार लोग सीधे इस हमले में शामिल थे.
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही राष्ट्र में हुए चुनाव में जीत हासिल कर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सत्ता पर अपनी पकड़ को और मजबूत किया था. इस्लामिक स्टेट समूह ने सोशल मीडिया पर संबद्ध चैनलों पर साझा किए गए एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली. इस्लामिक स्टेट समूह ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक द्वारा साझा किए गए एक बयान के जरिए बोला कि उसने मॉस्को के बाहरी क्षेत्र क्रास्नोगोर्स्क में ‘ईसाइयों’ की एक बड़ी सभा पर धावा किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए. अभी दावे की प्रामाणिकता सत्यापित नहीं की जा सकी है लेकिन एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी को पता चला था कि अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट समूह की शाखा मॉस्को में हमले की योजना बना रही थी और उन्होंने रूसी ऑफिसरों के साथ जानकारी साझा की थी.
दो दशक का सबसे बड़ी आतंकवादी हमला
इसे रूस में पिछले दो दशक में हुआ सबसे भयंकर आतंकवादी धावा बताया जा रहा है. यह धावा ऐसे समय में हुआ है जब राष्ट्र का यूक्रेन के साथ युद्ध तीसरे वर्ष भी जारी है. मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने हमले को ‘‘बहुत बड़ी त्रासदी’’ बताया. रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास ‘क्रेमलिन’ ने कहा कि हमलावरों के ‘क्रोकस सिटी हॉल’ में धावा करने के कुछ ही मिनट बाद पुतिन को इस बारे में सूचित कर दिया गया था. यह हॉल मॉस्को के पश्चिमी छोर पर स्थित एक बड़ा संगीत स्थल है, जिसमें 6,200 लोग बैठ सकते हैं. यह धावा तब हुआ जब क्रोकस सिटी हॉल में मशहूर रूसी रॉक बैंड ‘पिकनिक’ के एक संगीत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों की भीड़ जमा थी. कुछ रूसी समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि हमलावरों द्वारा विस्फोटक फेंकने के बाद लगी आग में और अधिक पीड़ितों के फंसे होने की संभावना है. हमले के दौरान लगी आग को बुझाने के दौरान शनिवार तड़के सिनेमाघर की छत गिर पड़ी.
हमले ने मचाई तबाही
एक वीडियो में इमारत में आग लगी हुई और रात को आसमान में धुएं का एक बड़ा गुबार उठते हुए दिखायी दिया. हमले के बाद सड़कों पर दमकल वाहन, एम्बुलेंस तथा अन्य आपात गाड़ी और आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ते हुए देखे गए. अभियोजक कार्यालय ने कहा कि लड़ाकू पोशाक पहने कई पुरुष कार्यक्रम स्थल में घुसे और उन्होंने वहां मौजूदा लोगों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी प्रारम्भ कर दी. हमले के दौरान हॉल में उपस्थित डेव प्रिमोव ने कहा, ‘‘लगातार गोलीबारी होने लगी. हम सब उठे और गलियारे की ओर बढ़ने की प्रयास करने लगे. लोग घबराने लगे और भगदड़ मच गयी. कुछ लोग नीचे गिर गए जिन्हें कुछ अन्य लोगों ने कुचल दिया.’’ रूसी मीडिया पर चैनलों द्वारा पोस्ट की वीडियो में हमलावर असॉल्ट राइफल से लोगों को करीब से गोली मारते दिखायी दिए. एक वीडियो में कार्यक्रम स्थल में उपस्थित एक आदमी को यह कहते हुए सुना गया कि हमलावरों ने इमारत को आग के हवाले कर दिया है तथा इसके साथ ही लगातार गोलियां चलने की आवाज आ रही थी.
हमले के बाद फरार हुए आतंकी
रूसी मीडिया ने कहा कि कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा में तैनात कर्मियों के पास बंदूकें नहीं थीं और उनमें से कुछ हमले की आरंभ में ही मारे गए. कुछ रूसी समाचार संगठनों ने कहा कि हमलावर विशेष बलों और दंगा रोधी पुलिस के आने से पहले ही भाग गए. खबरों में बोला गया है कि पुलिसकर्मी उन कई वाहनों की तलाशी ले रहे हैं जिन्हें हमलावरों ने फरार होने में इस्तेमाल किया होगा. रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मॉस्को में शनिवार सुबह सैकड़ों लोग रक्त और प्लाज्मा दान करने के लिए कतारों में खड़े रहे. संयुक्त देश सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस ‘‘जघन्य और कायरतापूर्ण आतंकी हमले’’ की आलोचना की और दोषियों को जवाबदेह ठहराने की जरूरत पर बल दिया. संयुक्त देश महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी कड़े से कड़े शब्दों में आतंकी हमले की आलोचना की. उनके प्रवक्ता ने यह जानकारी दी.