अमेरिका और इजराइल के शीर्ष अधिकारियों के बीच डिजिटल माध्यम से हुई बातचीत
वाशिंगटन: इजराइल और हमास के बीच जारी जंग में अमेरिका की किरदार काफी अहम है. जंग के बीच अमेरिका और इजराइल के शीर्ष ऑफिसरों के बीच सोमवार को डिजिटल माध्यम से वार्ता हुई है. वार्ता के दौरान अमेरिका ने दक्षिणी गाजा के रफह शहर में हमास के विरुद्ध जमीनी हमलों के बजाय अन्य विकल्पों को अपनाने पर बल दिया है. इजराइल रफह में जमीनी हमले करने पर विचार कर रहा है जिसका अमेरिका ने मानवीय आधार पर विरोध किया है. अभी हालात कुछ ऐसे हैं कि दोनों मित्र राष्ट्रों के बीच संबंधों में खटास जरूर नजर आई है.
अमेरिका की सलाह
अमेरिका और इजराइल के ऑफिसरों के बीच ढाई घंटे से अधिक समय तक चली वीडियो कॉन्फ्रेन्स को दोनों पक्षों ने रचनात्मक और उपयोगी बताया. अमेरिका ने इजराइल को शहर पर पूरी तरह से धावा करने से बचने के लिए प्रोत्साहित किया. अमेरिका ने इसके बजाय हमास के नेताओं को मारने या उन्हें पकड़ने के लिए अधिक लक्षित कदम उठाए जाने पर बल दिया ताकि आम नागरिकों पर इसका कम से कम असर हो.
जानें- कौन क्या कह रहा
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उनका प्रशासन महीनों से सार्वजनिक और निजी तौर पर इजराइल से आग्रह कर रहा है कि वह गैर-लड़ाकों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की विश्वसनीय योजना के बिना रफह में बड़े पैमाने पर धावा नहीं करे. इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बात पर बल दिया है कि इजराइली बलों को शहर में प्रवेश करना चाहिए ताकि हमास की शेष बटालियन को भी नष्ट किया जा सके.
जारी है इजराइल की कार्रवाई
हमास ने इजराइल पर पिछले वर्ष सात अक्टूबर को धावा किया था जिसके बाद इजराइली बलों ने आतंकवादी समूह के खात्मे को लेकर जवाबी कार्रवाई प्रारम्भ की थी. इजराइल की कार्रवाई जारी है लेकिन जंग के बीच पीएम बेंजामिन नेतन्याहू अपने ही राष्ट्र में घिरते हुए नजर आ रहे हैं. नेतन्याहू के विरुद्ध लोगों में गुस्सा भी देखने को मिल रहा है. बीते वर्ष अक्टूबर में युद्ध प्रारम्भ होने के बाद से सबसे बड़े गवर्नमेंट विरोधी प्रदर्शन के अनुसार रविवार (31 मार्च 2024) को हजारों इजराइली यरूशलम में संसद भवन के बाहर जमा हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने गवर्नमेंट से गाजा में हमास की तरफ से बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों को छुड़ाने के लिए समझौते पर पहुंचने का निवेदन किया था.