गिलोन : I2U2 और IMEC जैसी आर्थिक परियोजनाएं पटरी पर रहेंगी और…
नई दिल्ली में इजरायली दूत नाओर गिलोन ने बोला कि हिंदुस्तान के लिए हमास को आतंकी समूह घोषित करने का समय आ गया है। मीडिया के साथ एक विशेष ब्रीफिंग में बोलते हुए गिलोन ने बोला कि I2U2 और IMEC जैसी आर्थिक परियोजनाएं पटरी पर रहेंगी और इजरायली अर्थव्यवस्था चल रहे संघर्ष से अप्रभावित रहेगी। गिलोन ने तरराष्ट्रीय सहायता प्रणाली को समझाते हुए बोला कि हिंदुस्तान एक बहुत करीबी सहयोगी है और हिंदुस्तान दुनिया में एक बहुत ही जरूरी नैतिक आवाज़ है। जब आतंकवाद की बात आती है, तो हिंदुस्तान भी किसी ऐसे आदमी के दृष्टिकोण से आ रहा है जो जानता है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं क्योंकि यह इतने सालों से आतंकवाद का शिकार रहा है। विश्व के लोकतंत्र हमारे साथ हैं। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हिंदुस्तान आधिकारिक तौर पर हमास को एक आतंकी संगठन घोषित करे। कई देश- यूरोपीय संघ, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया – पहले ही ऐसा कर चुके हैं।
भारत ने आतंकवाद के विरुद्ध इजराइल को समर्थन देते हुए हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमले को ‘आतंकवादी हमला’ कहा है। साथ ही, हिंदुस्तान ने दो-राज्य निवारण और एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण के लिए अपना समर्थन दोहराया है। राजदूत गिलोन ने बोला कि उन्होंने हमास को आतंकी समूह घोषित करने के संबंध में यहां प्रासंगिक ऑफिसरों से बात की है। यह पहली बार नहीं है जब हमने इसके बारे में बात की है। हम दबाव नहीं डाल रहे हैं। हम सोचते हैं कि यह कुछ ऐसा है जो मुनासिब है। हमने हमले के बाद इसे उठाया और हम अभी भी वार्ता कर रहे हैं। यह एक दोस्ताना वार्ता है। हम आतंकवाद-निरोध और अन्य मुद्दों पर आमने-सामने देखते हैं।
उन्होंने तर्क दिया कि संघर्ष का इज़राइल की आर्थिक संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने बोला कि इज़राइल का एक अद्भुत अतीत और एक उज्जवल भविष्य है। दिन के अंत में, विकास का पथ जारी रहेगा। सबसे पहली आवश्यक चीज़ है ख़तरे से छुटकारा पाना। एक बार जब हम खतरे से छुटकारा पा लेते हैं, तो हम सामान्य स्थिति में वापस आ सकते हैं, ”श्री गिलोन ने कहा। युद्ध ने इज़रायली अर्थव्यवस्था पर दबाव नहीं डाला है, जहां इज़रायली गवर्नमेंट द्वारा मर्दों और स्त्रियों को सशस्त्र सेवा के आह्वान के बावजूद कार्यालय काम करना जारी रख रहे हैं। 7 अक्टूबर को इजरायली ठिकानों पर हमास द्वारा किए गए हमले के बाद प्रारम्भ किए गए इजरायली ऑपरेशन की वर्तमान स्थिति के बारे में दूत ने मीडिया के कई प्रश्नों का उत्तर दिया।