अंतर्राष्ट्रीय

ट्रम्प : अगर मै नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में हार गया, तो अमेरिका में बह जाएंगी खून की नदियां

डेटन (ओहियो): यदि वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में हार गए तो अमेरिका में खून की नदियां बह जाएंगी. ऐसी खुली धमकी अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और इस बार राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने दी है वहीं, मौजूदा राष्ट्रपति जो बिडेन ने ट्रंप के इन बयानों को प्रतिशोध से भरा बताया.

ओहियो के डेटन में सीनेट रिपब्लिकन उम्मीदवार बर्नी मोरेनो के लिए एक अभियान रैली में बोलते हुए, ट्रम्प ने बोला कि यदि बिडेन नहीं तो सिर्फ़ मैं ही सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर सकता हूं.

इसके साथ ही उन्होंने बर्नी मोरन को अमेरिका फर्स्ट का चैंपियन भी बताया साथ ही बोला कि वह वाशिंगटन में हमारे योद्धाओं में से एक के रूप में कार्य कर सकते हैं.

यह सर्वविदित है कि 1812 में थॉमस जेफरसन ने जॉर्ज वॉशिंगटन से अलग होकर रिपब्लिकन पार्टी की स्थापना की थी. जॉर्ज वॉशिंगटन की पार्टी बाद में डेमोक्रेटिक पार्टी के नाम से जानी गई. डेमोक्रेट काफी हद तक शांतिपूर्ण हैं. जबकि जेफरसन स्वयं कह रहे थे कि अमेरिका को अंतरराष्ट्रीय किरदार निभानी चाहिए और वह भी पूरी ताकत के साथ, रिपब्लिकन पार्टी प्रारम्भ से ही आदर्शवादी बनती रही है. डोनाल्ड ट्रम्प उस युद्धरत पार्टी के सबसे अग्रणी नेता के रूप में उभर रहे हैं. रिपब्लिकन पार्टी को ग्रैंड ओल्ड पार्टी (जीओपी) के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह अमेरिका की पहली पार्टी थी. इसके सदस्य, समर्थक और नेता मूलतः जुझारू हैं.

मोरेनो मंगलवार के रिपब्लिकन प्राइमरी में फ्रैंक लारोज़ और सीनेटर मैकडोलन के विरुद्ध दौड़ रहे हैं. ट्रम्प ने पहले मोरेनो के लिए एक अभियान भाषण में मोरेनो की प्रशंसा की थी. उन्हें अमेरिका फर्स्ट का योद्धा भी बोला जाता था इसके साथ ही ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान खुली धमकी देते हुए बोला था कि यदि वह नहीं चुने गए तो अमेरिका में खून की नदियां बहेंगी उन्होंने यह भी बोला कि यदि यह चुनाव नहीं जीता जा सकता तो मुझे नहीं लगता कि इस राष्ट्र में दोबारा चुनाव हो सकते हैं

इस समय आयोजित एक पार्टी रैली में मोरेनो ने ट्रम्प को एक महान अमेरिकी के रूप में चित्रित किया. उन्होंने अपनी ही पार्टी में उनकी (ट्रंप) निंदा करने वालों पर भी धावा बोला

पर्यवेक्षकों का बोलना है कि चौबीसवाँ साल दुनिया के लिए एक जरूरी साल होगा. यदि अमेरिका में ट्रम्प विजयी होते हैं, तो पुतिन, किम जोंग उन क्रमशः रूस, यूकोरिया और चीन के चुनावों में विजयी होंगे. हिंदुस्तान में, यह देखना बाकी है कि दुनिया में क्या होगा, इसके बजाय दुनिया में क्या होगा दुनिया जब उसके द्रोही नरेंद्र मोदी शासक बन जाती है.

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