भारत, चीन के साथ मिलकर करेंगे काम, मालदीव के राष्ट्रपति बोले…
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने पदभार संभालने के बाद द्वीप देश से भारतीय सैनिकों को हटाने का वादा किया था। अब उन्होंने बोला कि उनका राष्ट्र भूराजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में उलझने के लिए बहुत छोटा है। उन्होंने बोला कि मालदीव हिंदुस्तान और चीन सहित सभी राष्ट्रों के साथ मिलकर काम करने जा रहा है। समाचार एजेंसी के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में मुइज्जू ने बोला कि मालदीव भूराजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में उलझने के लिए बहुत छोटा है। मुझे मालदीव की विदेश नीति को इसमें शामिल करने में बहुत दिलचस्पी नहीं है।
मालदीव के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले 45 वर्षीय नेता ने बोला कि हम सभी देशों, भारत, चीन और अन्य सभी राष्ट्रों के साथ मिलकर काम करने जा रहे हैं। अक्टूबर में ब्लूमबर्ग न्यूज द्वारा प्रकाशित एक इंटरव्यू में मुइज्जू ने बोला था कि मालदीव ने अपनी सेना उपस्थिति हटाने के लिए हिंदुस्तान के साथ वार्ता प्रारम्भ कर दी है। पिछले महीने राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह को अपदस्थ करने वाले मुइज्जू ने भारतीय सैनिकों को हटाना एक प्रमुख अभियान प्रतिज्ञा थी। लगभग 70 भारतीय सैन्यकर्मी नयी दिल्ली प्रायोजित रडार स्टेशनों और नज़र विमानों का रखरखाव करते हैं। भारतीय युद्धपोत मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गश्त करने में सहायता करते हैं।
सितंबर में मुइज्जू की चुनावी कामयाबी मालदीव में हिंदुस्तान के बाहरी सियासी और आर्थिक दबदबे के विरुद्ध लगातार अभियान और विशेष रूप से भारतीय सेनाओं को बाहर करने की उनकी प्रतिज्ञा पर निर्भर थी। हालाँकि, उन्होंने बोला था कि हिंदुस्तान से सैन्यकर्मियों को हटाने के लिए बोलना किसी भी तरह से यह संकेत नहीं देता है कि वह चीन या किसी अन्य राष्ट्र को मालदीव में अपनी सेना टुकड़ियों को लाने की अनुमति देने जा रहे हैं।