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मणिपुर में तनाव के बाद पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवा किया गया बंद

मणिपुर हिंसा: मणिपुर में तनाव के बाद मंगलवार (26 सितंबर) को पांच दिनों के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया इसके साथ ही विद्यालय भी बंद रहेंगे राज्य गवर्नमेंट ने घोषणा की कि बुधवार (27 सितंबर) और 29 सितंबर (शनिवार) को विद्यालयों में छुट्टियां रहेंगी 28 सितंबर (गुरुवार) को मिलाद की वजह से पहले से ही ईद की छुट्टी है

हिंसा में 175 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई

राज्य में तीन मई को पहली बार भड़की सांप्रदायिक अत्याचार के बाद से 175 से अधिक लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं हिंसा तब भड़की जब बहुसंख्यक मैतेई समुदाय के लिए अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकता मार्च’ आयोजित किए गए

मैतेई समुदाय मणिपुर की कुल जनसंख्या का लगभग 53 फीसदी है और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहता है, जबकि आदिवासी नागा और कुकी समुदाय 40 फीसदी है और ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहते हैं

3 मई को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) ने ‘आदिवासी एकता मार्च’ निकाला रैली चूड़चंदपुर के तोरबांग क्षेत्र में आयोजित की गई थी यह रैली मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरुद्ध निकाली गई थी मैतेई समुदाय लंबे समय से अनुसूचित जनजाति यानी एसटी का दर्जा देने की मांग कर रहा है

इस रैली के दौरान आदिवासियों और गैर आदिवासियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे शाम होते-होते हालात इतने बिगड़ गए कि वहां सेना और अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात कर दी गईं

सीबीआई एक्शन में है

दरअसल, CBI मणिपुर अत्याचार से जुड़े 9 और मामलों की जांच करने जा रही है, जिससे एजेंसी द्वारा जांच किए जाने वाले मामलों की कुल संख्या 17 हो गई है महिलाओं के विरुद्ध क्राइम या यौन उत्पीड़न से संबंधित कोई अन्य मुद्दा भी अहमियत के आधार पर CBI को भेजा जा सकता है

सूत्रों ने पहले यह भी कहा था कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के प्रावधान CBI द्वारा जांच किए जा रहे कई मामलों में लागू हो सकते हैं, जिनकी जांच उपाधीक्षक रैंक के एक पुलिस अधिकारी द्वारा की जाएगी

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