अंतर्राष्ट्रीय

Israel Iran War: पूरी दुनिया में दिखेगा जंग का असर

Israel Iran War: पूरा खाड़ी क्षेत्र जल रहा है ईरान और इजराइल में जंग की आंच से पूरे गल्फ तपिश बढ़ गई है पहले ईरान ने इजराइल पर मिसाइल और ड्रोन से धावा किया इसके करीब एक हफ्ते बाद इजराइल ने ईरान के कई चुनिंदा जगहों पर धावा कर जवाबी कार्रवाई को अंजाम दिया इजराइल ने ईरान के पर पर एयर हड़ताल किया बता दें इस्फहान ईरान का वह प्रांत है उसकी कई न्यूक्लियर साइट्स हैं इजराइल का यह धावा ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई के 85वें जन्मदिन पर हुआ है हालांकि ईरान इजराइल के हमले के बाद कैसी रिएक्शन देगा यह अभी साफ नहीं हुआ है बोला जा रहा है कि हमले के बाद ईरान में आपातकालीन बैठक बुलाई गई थी लेकिन, बैठक में क्या निर्णय लिया गया इसकी जानकारी किसी को अभी नहीं है

ईरान और इजराइल जंग के मुहाने पर खड़ा है एक और चिंगारी दो शक्तिशाली राष्ट्र को युद्ध की आग में धकेल देगी नताज पूरे क्षेत्र में मृत्यु और तबाही का ऐसा मंजर दिखाई देगा जो सब कुछ बर्बाद कर देगा यदि दोनों राष्ट्रों में युद्ध छिड़ता है तो इसका असर इजराइल और ईरान या केवल खाड़ी क्षेत्र तक ही सीमित नहीं रहेगा, इसकी जद में पूरी दुनिया आएगी, दुनिया के सभी राष्ट्रों पर इस युद्ध का खासा असर होगा हिंदुस्तान में इसका असर पड़ेगा सबसे बड़ी बात की खुल कर जंग होती है तो अमेरिका, ब्रिटेन समेत नाटो राष्ट्र इजराइल के पक्ष में आ सकते हैं, वहीं चीन रूस और उत्तर कोरिया जैसे राष्ट्र ईरान के पक्ष में खड़े हो सकते हैं ऐसे में तीसरे विश्वयुद्ध की दस्तक भी हो सकती है

ईरान पर लगने वाले हैं प्रतिबंध

रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल-हमास लड़ाई, लाल सागर में हूती उपद्रवियों का आतंक और अब ईरान इजराइल के बीच नया मोर्चा खुलता है तो पूरी दुनिया की मुश्किलें काफी बढ़ सकती है ईरान-इजराइल में जारी विवाद के बाद खुला युद्ध छिड़ता है तो इसका असर पेट्रोल डीजल की कीमतों पर भी पड़ेगा यदि ईरान और इजरायल के बीच की विवाद युद्ध में परिवर्तित होता है, तो इसका ऑयल प्रोडक्शन पर सीधा असर पड़ेगा कई जानकारों की राय है कि यदि गल्फ के इन दोनों राष्ट्रों के बीच जंग छिड़ती है तो बेंट क्रूड की मूल्य 100 $ प्रति बैरल के पार भी जा सकता है ऐसे में पूरी दुनिया में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हो सकता है हिंदुस्तान में भी इसका असर दिखेगा यहां भी ऑयल के मूल्य बढ़ जाएंगे

बढ़ सकती है महंगाई

दुनिया में कच्चे ऑयल की मूल्य बढ़ जाती है तो हिंदुस्तान में महंगाई भी बढ़ सकता है अभी अपनी आवश्यकता का अधिकतर कच्चा ऑयल हिंदुस्तान सस्ती मूल्य पर रूस से खरीदता है इस कारण हिंदुस्तान में ऑयल अभी थोड़ा सस्ता है लेकिन यदि इजराइल और ईरान में युद्ध होता है तो इसके दूरगामी असर के चलते कच्चे ऑयल की कीमतें काफी बढ़ सकती है ऐसे में हिंदुस्तान में भी ऑयल महंगा हो सकता है इसके कारण राष्ट्र में महंगाई भी बढ़ सकती है

कहां से सबसे अधिक कच्चे ऑयल खरीदता है भारत

गौरतलब है कि हिंदुस्तान दुनिया में सबसे अधिक कच्चा ऑयल खरीदने वाले राष्ट्रों में से एक है हिंदुस्तान दुनिया के करीब 40 राष्ट्रों से कच्चे ऑयल खरीदता है हिंदुस्तान सबसे अधिक ऑयल रूस से खरीदता है यूक्रेन से युद्ध के बाद जहां दुनिया के कई राष्ट्रों ने रूस से तेज खरीदना बंद कर दिया है वहीं, हिंदुस्तान रूस से सस्ते रेट से लगातार ऑयल खरीद रहा है आंकड़ों पर गौर करें तो बीते वित्त साल (2023-24) में ने हिंदुस्तान रूस से ही सबसे अधिक कच्चा ऑयल खरीदा था इसके अतिरिक्त हिंदुस्तान इराक और सऊदी से भी बड़ी मात्रा मे ऑयल खरीदता है

क्या ईरान बंद कर देगा स्वेज नहर

दुनिया के सबसे अधिक व्यस्त रूटों में एक है स्वेज नजर हिंदुस्तान भी इसी रास्ते कच्चे ऑयल का आयात करता है वहीं इजराइल के हमले को लेकर ईरान ने धमकी दी है कि वो स्वेज नहर का रास्ता बंद कर देगा दरअसल स्वेज नहर रूट से फारस की खाड़ी के राष्ट्रों से खनिज ऑयल भेजा जाता है ऐसे में स्वेज नहर आज की तारीख में व्यापार के लिए काफी अहम रूट है यदि यह बंद होता है तो इसका सीधा असर व्यापार पर पड़ेगा और हिंदुस्तान में भी इसका सीधा असर दिखेगा वहीं, हिंदुस्तान का ईरान और इजराइल दोनों के साथ व्यापारिक संबंध हैं बीते वित्त साल (2022-23) में हिंदुस्तान और ईरान के बीच 2.33 अरब $ और भारत-इजरायल के बीच 4.42 अरब $ का व्यापार हुआ था

जी-7 की ओर से ईरान पर नये प्रतिबंधों की चेतावनी

इजराइल पर ईरान के हमले के बाद अमेरिका समेत कई राष्ट्र ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं बता दें, ईरान पर अमेरिका पहले ही कई तरह के प्रतिबंध लगा चुका है अब एक बार फिर जी-7 समूह राष्ट्रों ईरान पर नये और कड़े प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है जी-7 राष्ट्रों के विदेश मंत्रियों ने इजराइल पर ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को लेकर तेहरान के विरुद्ध नए प्रतिबंध लगाने की शुक्रवार को चेतावनी दी साथ ही दोनों पक्षों से विवाद टालने की अपील भी की औद्योगिक राष्ट्रों के मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता करने वाले इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने बोला कि तीन दिवसीय बैठक का एजेंडा हालिया घटनाक्रमों का निवारण करने के लिए था

 

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