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Jair Messias Bolsonaro Birthday: जानें इनका जीवन परिचय

 जेयर मेसियस बोलसोनारो (अंग्रेज़ी: Jair Messias Bolsonaro, जन्म- 21 मार्च, 1955, साउ पाउलो, कैंपिनास) ब्राज़ील के राजनीतिज्ञ और सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. वह ब्राज़ील के 38वें राष्ट्रपति हैं. उनकी गिनती अति दक्षिणपंथी नेता के तौर पर की जाती है. जेयर बोलसोनारो को ब्राज़ील का ट्रंप भी बोला जाता है. साल 2020 में भारतीय गणतंत्र दिवस के अवसर पर जेयर बोलसोनारो बतौर मुख्य मेहमान हिंदुस्तान आये थे.
  • जेयर बोलसोनारो का जन्म 21 मार्च, 1955 को साउ पाउलो के कैंपिनास शहर में हुआ था. वर्ष 1977 में उन्होंने अगलस नेग्रास मिलेट्री अकादमी से ग्रेजुएशन किया. उन्होंने तीन शादी किये हैं.
  • उनके नाम की कहानी भी दिलचस्प है. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इटली से ब्राज़ील आए शरणार्थी पर्सी गेराल्डो बोलसोनारो और ओलिंडा बोंटूरी बोलसोनारो अपने बेटे का नाम ‘मेसियस’ या ‘मसीहा’ रखना चाहते थे, लेकिन पड़ोसी की राय पर जेयर ब्राज़ीली फ़ुटबॉल खिलाड़ी के नाम पर रखा. जेयर बोलसोनारो ने सैनिकों की एक टुकड़ी से प्रेरित होकर सेना में जाने का निश्चय किया. 1977 में मिलेट्री अकादमी में चयन हुआ. 15 वर्ष की सेवा के बाद कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए. स्काइ डायविंग और पेराशूट जंपिंग भी इस दौरान सीखी और इसका शोध भी किया.[1]
  • 1986 में उन्हें एक मीडिया में लिखे लेख के लिए कारावास जाना पड़ा. इस लेख में उन्होंने सेना की कम तनख़्वाह की कम्पलेन की थी. वर्ष 1990 में वे पहली बार कांग्रेस पार्टी गए.
  • जेयर बोलसोनारो पूर्व सेना प्रमुख रह चुके हैं और वे ख़ुद की छवि ब्राजील के हितों के रक्षक के तौर पर पेश करते हैं.
  • जब चुनाव के लिए जेयर बोलसोनारो ने अपनी दावेदारी पेश की थी तो उनके विरोध में कई रैलियां की गईं. अक्टूबर 2018 में आए नतीजों ने उन्हें शीर्ष पद पर बिठा दिया. उनकी जीत ब्राज़ील में आए दक्षिणपंथी रुझान को भी दर्शाती है. ब्राज़ील 1964 से 1985 तक सेना शासन में रहा था.
  • कुछ मीडिया के जानकार जेयर बोलसोनारो को ‘ट्रंप ऑफ ट्रॉपिक्स’ यानी ‘ब्राज़ील का ट्रंप’ कहते हैं. उनके चुनाव और सोशल मीडिया प्रचार की तुलना ट्रंप के चुनावी प्रचारों से की गई थी. जेयर बोलसोनारो के प्रतिद्वंदी रहे सिराओ गोमेज़ उन्हें ‘ब्राज़ील का हिटलर’ भी कह चुके हैं.
  • बीते कुछ वर्षों में जेयर बोलसोनारो ने अपनी सीमा से जुड़े प्रस्तावों को और बढ़ाया है. इसके साथ ही वे आम लोगों की सुरक्षा और क़ानून-व्यवस्था की बात करते हैं. ब्राज़ील में बढ़ते क्राइम के बीच उनकी ये बातें उन्हें आम मतदाताओं के बीच लोकप्रिय बनाने का एक बड़ा कारण मानी गईं.
  • 11 सितंबर, 2018 को उन्होंने ट्वीट किया था, “सुरक्षा हमारी अहमियत है, ये बहुत आवश्यक है. लोग रोज़गार चाहते हैं, शिक्षा चाहते हैं; लेकिन नौकरियों का कोई मतलब नहीं होगा यदि वो घरों को आएं और रास्ते में ही लूट लिए जाएं तो. यदि ड्रग्स की स्मग्लिंग विद्यालयों में होगी तो शिक्षा का कोई मतलब नहीं होगा”.

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