सिख युवक को एलिजाबेथ द्वितीय को मारने की साजिश रचने के जुर्म में 9 साल की कैद की सजा
लंदन में ओल्ड बेली न्यायालय सुनवाई के दौरान न्यायधीश निकोलस हिलियार्ड ने निर्णय सुनाया कि चैल को बर्कशायर के उच्च सुरक्षा वाले मानसिक हॉस्पिटल ब्रॉडमूर हॉस्पिटल में तब तक रखा जाए, जब तक वह स्वस्थ नहीं हो जाता। इसके बाद उसे हिरासत में रखा जाएगा।
महारानी को मारने धनुष-बाण लेकर पहुंच गया था युवक
25 दिसंबर, 2021 की सुबह जब महारानी एलिजाबेथ विंडसर कैसल में अपने निजी अपार्टमेंट में थीं तब दो ऑफिसरों ने किसी को देखा और वे उसके पास पहुंचे। पुलिस ऑफिसरों ने देखा कि एक पुरुष खड़ा है, उसके हाथ में धनुष बाण है। उसने ऑफिसरों से बोला कि वह यहां महारानी धनुष बाण से मर्डर करने आया है।
धनुष बाण से महारानी को मारने का कहां से आया था आइडिया?
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार जसवंत सिंह चैल ने ‘स्टार वार्स’ सीरीज से प्रेरित होकर इस तरह से मर्डर करने का मन बनाया था। जसवंत ने सोशल मीडिया के एक वीडियो में कहा कि उन्होंने पंजाब के अमृतसर में 13 अप्रैल 1919 के जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए ऐसा किया। न्यायधीश ने सजा के आदेश के पीछे अपना तर्क बताते हुए कहा, ‘इस कृत्य की कल्पना 2021 में की गई थी, जब वह पुरुष जसवंत सिंह चैल मानसिक तौर पर ठीक था।’
जज ने बोला कि जसवंत सिंह ने मर्डर करने की षड्यंत्र की थी, जिसके लिए उन्हें सजा देना महत्वपूर्ण हो जाता है। न्यायालय ने सुनवाई के दौरान कहा गया कि जसवंत सिंह चैल 2018 में अपने परिवार के साथ अमृतसर गए थे और वहां उन्हें जलियांवाला बाग नरसंहार के बारे में पता चला। उन्होंने तब ही महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मर्डर करने की सोची थी।
किंग चार्ल्स से मांगी माफी
बता दें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का मृत्यु सितंबर 2022 में 96 साल की उम्र में हो गया था। पिछले महीने जसवंत सिंह ने शाही परिवार और किंग चार्ल्स तृतीय से एक चिट्ठी के जरिए माफी मांगी थी। न्यायालय की रिपोर्ट के अनुसार जसवंत सिंह एक अच्छे परिवार से आते हैं। उनके पिता एयरोस्पेस में सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट हैं, उनकी मां एक शिक्षिका हैं और उनकी दो जुड़वा बहनें अभी पढ़ाई कर रही हैं। हालांकि जसवंत ने महारानी को मारने की षड्यंत्र रची, इसके लिए न्यायालय से उन्हें 9 वर्ष की सजा सुनाई गई।