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गुड फ्राइडे के पारंपरिक जुलूस में क्यों शामिल नहीं हुए Pope Francis, जानें वजह

रोम: पोप फ्रांसिस रोम के एक बड़े कलागृह में निकाले गए गुड फ्राइडे के पारंपरिक जुलूस में शामिल नहीं हुए जिससे उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ गयी हैं. वेटिकन ने जुलूस में उनके शामिल नहीं होने की जानकारी दी है. फ्रांसिस के ‘वे ऑफ क्रॉस’ जुलूस की प्रतिनिधित्व करने की आशा थी जो ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाने की घटना का प्रदर्शन करता है. जैसे ही यह कार्यक्रम प्रारम्भ होने वाला था तो वेटिकन की तरफ से घोषणा की गई कि फ्रांसिस अपने घर से इस कार्यक्रम की नज़र कर रहे हैं. यह पहली बार है जब फ्रांसिस पोप के अपने 11 साल के कार्यकाल में इस पारंपरिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं.

बीमार हैं पोप फ्रांसिस

वेटिकन के प्रेस कार्यालय ने एक बयान में कहा, 87 वर्षीय पोप फ्रांसिस फ्लू, ब्रोंकाइटिस या सर्दी से जूझ रहे हैं. पिछले कई हफ्तों से वह अक्सर अपने एक सहायक को उनके भाषण को बल से पढ़ने के लिए कहते हैं.

गुरुवार को पूरी की रस्म 

इससे पहले पोप फ्रांसिस ने सेवा और विनम्रता पर बल देने के लिए गुरुवार की रस्म के दौरान रोम कारावास में 12 स्त्री कैदियों के पैर धोए और चूमे. पोप फ्रांसिसने व्हीलचेयर पर बैठकर यह अनुष्ठान पूरा किया. रेबीबिया कारावास में, महिलाएं एक स्टूल पर बैठ गईं ताकि पोप सरलता से व्हीलचेयर में बैठकर कार्यक्रम की रस्मों को पूरा कर सकें. जब फ्रांसिस ने स्त्रियों के पैर धोए तो वो रो पड़ीं.

‘पाखंड से रहें दूर’ 

पोप फ्रांसिस हाल ही में सांस की रोग से पीड़ित थे लेकिन गुरुवार को स्वस्थ दिखे और ना केवल स्त्री कादियों के पैर दोकर रस्म पूरी की बल्कि अपने संबोधन में उन्होंने लोगों से ‘पाखंड’ से दूर रहने का आह्वान किया. उन्होंने पुजारियों से बोला कि वो आम लोगों को जो भी राय दें, उसे अपने आध्यात्मिक जीवन में भी अपनाएं और दोनों में कोई अंतर नहीं होना चाहिए.

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