ईडी ने मूल दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने के आरोप में पांच लोगो को लिया रिमांड पर…
रांची न्यूज डेस्क.. मनी लॉन्ड्रिंग के अनुसार जमीन घोटाले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय ने जमीन के मूल दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने के इल्जाम में पांच आरोपी ऑफिसरों अली उर्फ अफसू खान, जेएमएम नेता अंतु तिर्की, प्रियरंजन सहाय, विपीन सिंह और इरशाद को रिमांड पर लिया है। अब तक की जांच में प्रवर्तन निदेशालय को जानकारी मिली है कि रिम्स के पीछे एक बड़े प्लॉट की प्रकृति बदलकर खरीद-बिक्री की गयी है।
वह षड्यंत्र सीएनटी एक्ट से संबंधित है। इसके दस्तावेजों में छेड़छाड़, प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दौरान जमीन घोटाले में पकड़े गए जालसाजों के रैकेट के ही शामिल होने की भी जानकारी है। प्रवर्तन निदेशालय अब रिमांड पर लिए गए पांचों आरोपियों से जमीन के बारे में भी जानकारी ले रही है। प्रवर्तन निदेशालय से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
जमीन-जायदाद को लेकर भी पूछताछ चल रही है
ईडी सभी आरोपियों की संपत्ति का भी जायजा ले रही है। सभी आरोपियों की संपत्ति का आकलन उनके पैन कार्ड से किया जा रहा है। बैंकों में पड़े पैसे और अचल संपत्ति को लेकर भी पूछताछ चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे जमीन के मूल दस्तावेजों से छेड़छाड़ और खरीद-फरोख्त में शामिल उनके सहयोगियों के बारे में भी पूछताछ की है.
ईडी को कई और जमीन के दस्तावेजों की जानकारी मिली है, जमीन का टाइटल और नेचर बदलकर बेची गई है। पूर्व में बरामद दस्तावेजों से मिले तथ्यों के आधार पर भी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
अफसू और सद्दाम ब्रिटिशकालीन कृत्यों में भी माहिर हैं.
रिमांड अधिकारी अली उर्फ अफसू से फर्जी बैनामा कराया जा सकता है. वे ब्रिटिश काल की कृतियों को बनाने में भी माहिर हैं. वह अपने एक अन्य दोस्त सद्दाम के साथ मिलकर कोलकाता रजिस्ट्री ऑफिस के ऑफिसरों और कर्मचारियों के साथ मिलकर पुराने डीड निकालकर बीच के पन्ने गायब कर रहा था. उन पेजों को दूसरे पेज से बदलने से पूरी कहानी बदल जाएगी.
ज़मीन की हालत और प्रकृति बदलना उनके लिए छोटी बात है। प्रवर्तन निदेशालय ने इन सभी मुद्दों की गहनता से जांच की है। जिसमें तत्कालीन जिलों, शहरों, कस्बों आदि के नाम में स्याही और दीमक लगे पन्नों का अंतर खुलासा हुआ है.