झारखंड की गुमला पुलिस ने टीएसपीसी के चार उग्रवादियों को किया अरेस्ट
झारखंड की गुमला पुलिस ने टीएसपीसी के चार उग्रवादियों को अरैस्ट किया है। इसके साथ ही इनके पास से बंदूक, गोली और मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं। पिछले दिनों इन्होंने गुमला की उत्तरी कोयल नदी पर बन रहे पुल के निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के साथ हाथापाई की थी और बंधक बनाकर रखा था। पर्चा छोड़कर 25 लाख रुपए लेवी की मांग की थी। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और टीम का गठन कर इन्हें अरैस्ट कर लिया।
चार उग्रवादी हथियार के साथ गिरफ्तार
गुरदरी थाना के चोरकाखांड़ निवासी केश्वर लोहरा (36 वर्ष), गुमला थाना के सुगीटोली निवासी हीरा उरांव (36 वर्ष), घाघरा थाना के डुको निवासी नैका उरांव उर्फ छोटू (24 वर्ष) और लखीराम उरांव (35 वर्ष) को पुलिस ने अरेस्ट किया है। इन उग्रवादियों के पास से पुलिस ने से 315 बोर की चार राइफल, आठ एमएम का 86 गोली, दो मैगजीन, दो पिट्ठू और तीन मोबाइल बरामद की है।
25 लाख रुपए मांगी थी लेवी
उग्रवादियों ने चार अप्रैल को घाघरा और सिसई प्रखंड के सीमावर्ती जलका स्थित उत्तरी कोयल नदी पर बन रहे पुल निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के साथ हाथापाई की थी। घंटों बंधक बनाकर रखा था। इसके साथ ही पर्चा छोड़कर 25 लाख रुपये लेवी की मांग की थी। उग्रवादियों द्वारा पुल निर्माण कार्य बंद कराने के बाद आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों ने उग्रवादियों के विरुद्ध पारंपरिक हथियार उठा लिया था और पुल निर्माण प्रारम्भ कराया था।
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गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन
गुमला पुलिस भी उग्रवादियों की धर-पकड़ के लिए एसडीपीओ गुमला सुरेश प्रसाद यादव के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर इन चारों उग्रवादियों को अरैस्ट किया था। एसपी शंभू कुमार सिंह ने कहा कि ये चारों पूर्व में भी कारावास जा चुके हैं। उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के नाम पर पुल निर्माण बंद कराने के बाद टीम गठन होने के बाद अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। छापामारी के क्रम में सिसई थाना भीतर ग्राम मेढ़ियाटोली मुरगू से 11 अप्रैल की रात को चारों को हथियार के साथ अरैस्ट किया गया।
माओवादी और जेजेएमपी में भी रहे चुके हैं ये नक्सली
ये चारों उग्रवादी पूर्व में भाकपा नक्सली में थे। बाद में ये लोग जेजेएमपी में चले गये। इधर, कुछ महीनें पहले ये लोग टीएसपीसी संगठन में चले गये। इसके बाद घाघरा क्षेत्र में संगठन का विस्तार करने में जुट गये थे, परंतु उससे पहले गुमला पुलिस ने टीएसपीसी संगठन को इस क्षेत्र में जड़ से समाप्त कर दिया।
उग्रवादियों को पकड़ने के लिए छह थाना की पुलिस शामिल थी
घाघरा-सिसई के सीमावर्ती कोयल नदी में पुल निर्माण बंद कराने के मुद्दे में टीएसपीसी के उग्रवादियों को पकड़ने के लिए छह थाना की पुलिस को जिम्मेवारी दी गयी थी। इसके साथ ही एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव के नेतृत्व में बनाये गये एसआइटी टीम में भी छह थाना के पुलिस अधिकारी शामिल थे। पुलिस ने उग्रवादियों को पकड़ने के लिए रणनीति तय की। इसके बाद इन उग्रवादियों को एक हफ्ते के अंदर पकड़ लिया और घाघरा, सिसई, बिशुनपुर और गुमला क्षेत्र में टीएसपीसी संगठन को बढ़ने से रोक दिया। एसपी शंभू कुमार सिंह ने कहा कि पुल निर्माण मुद्दे के उदभेदन के लिए गुमला जिलांतर्गत छह थानों की पुलिस समेत सैट और पुलिस केंद्र गुमला के जवानों ने मिलकर कार्य किया।
पुलिस ने चारों को भेजा जेल
टीम में एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव, डीएपी गुमला शिवशंकर मरांडी, बसिया अंचल के पुनि जितेंद्र राम, पुलिस केंद्र गुमला के पुनि महेंद्र करमाली, थाना प्रभारी सिसई संदीप कुमार यादव, थाना प्रभारी पुसो हिमांशु शेखर सिंह, थाना प्रभारी घाघरा तरूण कुमार, थाना प्रभारी भरनो अरविंद कुमार और सिसई थाना के पुअनि अजय कुमार समेत सैट टीम, पुलिस केंद्र गुमला एवं सशस्त्र बल सिसई शामिल थे। मुद्दे में पुलिस ने चारों अपराधियों को अरैस्ट कर कारावास भेज दिया है। प्रेस कांफ्रेंस कर एसपी ने कहा कि इस संबंध में सिसई थाना में काण्ड संख्या 40/24 अंकित कर घटना के त्वरित उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष अनुसंधान/छापामारी दल (एसआइटी) का गठन किया गया। टीम गठन होने के बाद टीम द्वारा अनुसंधान का कार्य प्रारम्भ किया गया। छापामारी कर चोरकाखांड़ निवासी केश्वर लोहरा, सुगीटोली निवासी हीरा उरांव तथा डुको निवासी नैका उरांव उर्फ छोटू और लखीराम उरांव को अरैस्ट किया गया।
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश है : एसपी
चारों अरैस्ट उग्रवादियों के पास से हथियार भी बरामद किया गया है। 315 का चार राइफल, आठ एमएम का 86 गोली, दो मैगजीन, दो पिट्ठू और तीन मोबाइल समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गयी है। पूर्व में लूट, रंगदारी आदि कांडों में कारावास जा चुके हैं। गिरफ्तारी के लिए छापामारी अभियान जारी है।