झारखण्ड

रांची में इंडिया गठबंधन की न्याय उलगुलान महारैली आज

 रांची में रविवार को होने वाली इण्डिया गठबंधन की महारैली के लिए नेताओं-कार्यकर्ताओं और समर्थकों के पहुंचने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है.

झारखंड मुक्ति मोर्चा की मेजबानी में दोपहर दो बजे से प्रारम्भ होने वाली रैली को गठबंधन की 28 पार्टियों के टॉप नेता संबोधित करेंगे. गठबंधन ने इसे उलगुलान इन्साफ महारैली का नाम दिया है. जनजातीय संस्कृति में उलगुलान का अर्थ क्रांति या उपद्रव है. इस रैली को गठबंधन की पार्टियां द्वारा अपना चुनावी एजेंडा सेट करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है.

रांची के धुर्वा क्षेत्र के प्रभात तारा मैदान में होने वाली रैली को संबोधित करने के लिए मुख्य रूप से कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सपा के प्रमुख अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, आप के सांसद संजय सिंह, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान, दीपंकर भट्टाचार्य, तृणमूल कांग्रेस पार्टी नेता ममता बनर्जी के प्रतिनिधि डेरेक ओ ब्रायन सहित अन्य नेता पहुंचने वाले हैं.

रैली की मुख्य मेजबान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन कर रही हैं. रैली में झारखंड की विभिन्न सीटों पर इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी भी उपस्थित रहेंगे. झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन स्वयं रैली की प्रबंध पर नज़र रख रहे हैं.

उन्होंने गठबंधन के नेताओं के साथ रैली स्थल पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया है. पूरा शहर होर्डिंग्स और बैनरों से पटा है. बसों, एसयूवी और अन्य गाड़ियों पर सवार लोग सुबह से रैली स्थल पर पहुंचने प्रारम्भ हो गए हैं. इण्डिया गठबंधन की पार्टियों का दावा है कि रैली में पांच लाख से अधिक लोग जुटेंगे.

झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बोला है कि इस रैली में जुटने वाले लोग ‘दही-चूड़ा खाएंगे और बीजेपी को भगाएंगे’ का संदेश लेकर पूरे राज्य में जाएंगे.

दूसरी तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे ‘यह भ्रष्टाचारियों का भ्रष्टाचारियों के लिए भ्रष्टाचारियों द्वारा आयोजित किया जा रहा सम्मेलन’ करार दिया है. उन्होंने आदिवासी संस्कृति में पवित्र क्रांति के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ‘उलगुलान’ शब्द का इस्तेमाल रैली के लिए किए जाने पर कड़ी विरोध जताई.

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे बोला कि आदिवासी समाज की जमीनों और उनके संसाधनों को लूटने तथा तबाह करने वाले उलगुलान जैसे पवित्र शब्द का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं?

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