सीएम हेमंत सोरेन और विनोद सिंह सहित पांच के खिलाफ अदालत में हुआ आरोप पत्र दायर
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मनी लाउंड्रिंग के मुद्दे में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन और विनोद सिंह सहित पांच के विरुद्ध शनिवार को पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की न्यायालय में इल्जाम पत्र दाखिल किया है। इन दोनों के अतिरिक्त बड़गाईं अंचल के राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद, हिलेरियस कच्छप और जमीन के कागजी मालिक राजकुमार पाहन के विरुद्ध भी इल्जाम पत्र दाखिल किया गया है।
आरोप पत्र के साथ इडी ने साक्ष्य के डॉक्यूमेंट्स भी न्यायालय को सौंपे
इन सभी पर मनी लाउंड्रिंग मुद्दे में हेमंत सोरेन की सहायता करने का इल्जाम है। इडी ने इल्जाम पत्र के साथ साक्ष्य से जुड़े डॉक्यूमेंट्स भी न्यायालय को सौंपे। इसमें 1200 पेज से अधिक के वाट्सएप चैट और अन्य डॉक्यूमेंट्स शामिल हैं। इडी की टीम बक्से में डॉक्यूमेंट्स लेकर आयी थी।
- बड़गाईं की 8.45 एकड़ जमीन इडी ने अस्थायी तौर पर जब्त
- बक्से में डॉक्यूमेंट्स लेकर पहुंची थी प्रवर्तन निदेशालय की टीम
- विनोद सिंह, कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद, हिलेरियस कच्छप और जमीन के कागजी मालिक राजकुमार पाहन के विरुद्ध भी इल्जाम पत्र दायर
- राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद पर भी हेमंत सोरेन की सहायता करने का इल्जाम लगाया गया है
- इडी ने बड़गाईं अंचल की 8.45 एकड़ जमीन अस्थायी तौर पर बरामद कर ली
31 जनवरी की रात 10 बजे किया गया हेमंत सोरेन को गिरफ्तार
हेमंत सोरेन को मनी लाउंड्रिंग के इल्जाम में 31 जनवरी की रात 10 बजे अरैस्ट किया गया था। इडी ने इसी मुद्दे में हेमंत सोरेन के बाद भानु प्रताप प्रसाद को अरैस्ट किया। हालांकि वह जमीन घोटाले के एक दूसरे मुद्दे में पहले से कारावास में था। इधर इडी ने बड़गाईं की 8.45 एकड़ जमीन अस्थायी तौर पर बरामद कर ली है।
विनोद सिंह के घर से बरामद हुईं थीं कई जरूरी चीजें
इडी ने विनोद सिंह को आरोपित करते हुए उस पर हेमंत सोरेन को मनी लाउंड्रिंग मुद्दे में सहायता करने का इल्जाम लगाया है। रिपोर्ट में बोला गया है कि विनोद सिंह के घर पर दो बार हुई छापेमारी के दौरान कई जरूरी चीजें बरामद की गयी। हेमंत के करीबी विनोद सिंह के मोबाइल टेलीफोन से व्हाट्सएप चैट के सबूत मिले हैं। यह 1200 से अधिक पेज में हैं।
बड़गाईं की जमीन पर थी बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना
बड़गाईं स्थित जमीन पर बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना थी। विनोद ने नक्शा बना कर हेमंत सोरेन के मोबाइल पर भेजा था। विनोद सिंह ने पूछताछ के दौरान इस बात को स्वीकार भी किया। साथ ही सर्वे के दौरान बड़गाईं स्थित जमीन की पहचान की। राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद पर भी हेमंत सोरेन की सहायता करने का इल्जाम लगाया गया है।
सीएमओ के कहने पर भानु ने तैयार किया था जमीन का विस्तृत ब्योरा
रिपोर्ट में बोला गया है कि इस जमीन का विस्तृत ब्योरा भानु प्रताप प्रसाद ने तैयार किया था। उसने अपने बयान में भी यह स्वीकार किया है कि सीएम कार्यालय से मिले निर्देश पर उसने बड़गाईं स्थित जमीन का विस्तृत ब्योरा तैयार कर मौजूद कराया था। इडी ने राजस्व कर्मचारी के मोबाइल से मिले ब्योरे को सबूत के तौर पर न्यायालय में पेश किया है।
हिलेरियस कच्छप पर जमीन पर कब्जा करने में सहायता का आरोप
इडी ने हिलेरियस कच्छप पर जमीन पर गैरकानूनी कब्जा करने में सहायता करने का इल्जाम लगाया है। संबंधित जमीन पर हिलेरियस ने ही अपने नाम पर बिजली का कनेक्शन लिया था। साथ ही 8.45 एकड़ की इस जमीन की पत्थर से घेराबंदी भी करायी थी। इडी ने जमीन के मालिक राजकुमार पाहन पर भी हेमंत सोरेन को सहायता करने का इल्जाम लगाया है।
एसएआर अधिकारी का आदेश : राजकुमार पाहन को लौटा दें जमीन
इससे संबंधित रिपोर्ट में बोला गया है कि जमीन पर कब्जे की जांच प्रारम्भ होने के बाद उसने जमीन वापसी का आवेदन दिया। इसमें बुधन राम, जोगेश्वर राम वगैरह को प्रतिवादी बनाया गया। अंचल की जांच रिपोर्ट के बाद केवल 15 दिनों में एसएआर अधिकारी ने इस मुकदमा (81/2023-24) का निपटारा करते हुए राज कुमार पाहन के पक्ष में जमीन वापस करने का आदेश दिया।
जमीन के कागजी मालिक राज कुमार पाहन ने दिया ये आवेदन
इस तरह जमीन के कागजी मालिक राज कुमार पाहन ने इडी की जांच प्रारम्भ होने के बाद वापसी के लिए आवेदन देकर यह साबित करने की प्रयास की कि इस जमीन से हेमंत सोरेन का कोई संबंध नहीं हैं।
जमीन पर कब्जा PMLA प्रावधानों के अनुसार मनी लाउंड्रिंग : इडी
इडी ने दाखिल इल्जाम पत्र में बोला है कि फर्जी डॉक्यूमेंट्स के सहारे जमीन की खरीद-बिक्री मुद्दे की जांच के दौरान राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप प्रसाद सहित अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी। राजस्व कर्मचारी के ठिकानों से मिले डॉक्यूमेंट्स की जांच में बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ का मुद्दा प्रकाश में आने के बाद पीएमएलए की धारा 669(2) के अनुसार राज्य गवर्नमेंट के साथ सूचनाएं साझा की गयी।
अनधिकृत रूप से हेमंत सोरेन ने जमीन पर कर रखा है कब्जा
इसके आधार पर राज्य गवर्नमेंट ने सदर पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी (272/23) दर्ज करायी थी। इसे इसीआइआर के रूप में दर्ज करने के बाद आगे की जांच में पाया गया कि हेमंत सोरेन ने अनधिकृत रूप से बड़गाईं अंचल के खाता नंबर 210, 221, 109, 234 और अन्य से संबंधित 8.45 एकड़ जमीन पर कब्जा कर रखा है, जो पीएमएलए 2002 में निहित प्रावधानों के अनुसार मनी लाउंड्रिंग है।
सर्कल दर पर कब्जा की गई जमीन का मूल्य करीब 30 करोड़ रुपए
इडी ने सर्कल दर पर इस जमीन का मूल्य करीब 30 करोड़ रुपये होने का अनुमान किया है। रिपोर्ट में बोला गया है कि 29 जनवरी को दिल्ली स्थित सीएम आवास पर की गयी छापेमारी के दौरान 36 लाख रुपये और एक बीएमडब्ल्यू कार भी बरामद की गयी थी। हालांकि इडी ने न्यायालय से कार को कुर्क करने का निवेदन नहीं किया है।