सीओ शशिभूषण के भाई और हजारीबाग निवासी अमित के ठिकानों पर ईडी की टीम कर रही छापेमारी
रांची। बालू और जमीन के मामलों में पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा की छापेमारी के बाद अब मुद्दे में पूछताछ और साक्ष्यों का संकलन कर उनकी कड़ियों के जोड़ने के लिए पूछताछ का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है। मुद्दे की गुत्थी सुलझाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय की टीम सक्रिय है और इसे लेकर ही प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में काफी गहमागहमी देखने को मिल रही है। प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में सब इंस्पेक्टर मीरा सिंह से प्रवर्तन निदेशालय कई मामलों में पूछताछ की तो साथ ही सीओ शशि भूषण सिंह, पूर्व विधायक योगेंद्र साव और हजारीबाग निवासी अमित से भी लंबी पूछताछ की गई।
बता दें कि सीओ शशिभूषण सिंह योगेंद्र प्रसाद के भाई और हजारीबाग निवासी अमित के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम के द्वारा छापेमारी की गई थी। इस दरम्यान कई दस्तवेजों की जब्ती के साथ कई जमीन से संबंधित कागजात और कुछ डिजिटल डॉक्यूमेंट भी प्रवर्तन निदेशालय को मिले थे और इन्हीं अनेक चीजों को लेकर इन सभी से पूछताछ की गई। बता दें कि इन लोगों से हुई पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय पूर्व विधायक योगेंद्र साव और वर्तमान विधायक अंबा प्रसाद से इनके संबंधों को लेकर पूछताछ की।
वहीं, इस पूछताछ में इनके ट्रांजेक्शन को भी प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा खंगाला गया है और पैसों के हस्तांतरण के संबंधित प्रश्न भी इनलोगों से पूछे गए, जिसमें कई प्रश्नों के उत्तर प्रवर्तन निदेशालय को मिले हैं। अब उन कड़ियों को जोड़ने का काम भी किया जा रहा है। बता दें की प्रवर्तन निदेशालय अब पूर्व विधायक योगेंद्र साव और अंबा प्रसाद से भी पूछताछ करेगी और अनेक साक्ष्यों की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है। इसके साथ ही रांची के तुपुदाना ओपी की तत्कालीन प्रभारी मीरा सिंह से भी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पूछताछ की है।
बता दें की मीरा सिंह और उनके करीबी लाल मोहित नाथ शाहदेव के ठिकानों पर भी प्रवर्तन निदेशालय ने 21 मार्च को छापेमारी की थी। इस दरम्यान कुछ कागजात और मोबाइल भी मीरा सिंह के आवास से बरामद की गई थी और उसे लेकर ही पूछताछ प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा किया गया। बता दें की दारोगा मीरा सिंह के मोबाइल से आज प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा डेटा रिकवरी की गई और उन डेटा से संबंधित प्रश्न मीरा सिंह से किए गए। मीरा सिंह से करीब 8 घंटों तक प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय में पूछताछ की गई।