हेमंत सोरेन के साथ-साथ मालिक राजकुमार पाहन को भी बनाया गया आरोपी
रांची। प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा शनिवार को विशेष न्यायालय में प्रोसेक्युशन कंप्लेन (पीसी) दाखिल की गई। 5 हजार 500 पन्नों के करीब इस पीसी में न केवल पूर्व सीएम हेमंत सोरेन विरुद्ध जिक्र है बल्कि इसके साथ ही हेमंत सोरेन के मित्र विनोद सिंह, राजस्व अधिकारी भानु प्रसाद के अतिरिक्त हिलेरियस कच्छप और राजकुमार पाहन के विरुद्ध अभियोजन कम्पलेन (पीसी) की है, साथ ही प्रवर्तन निदेशालय ने उस जमीन को भी बरामद किया है जिस पर कथित रूप से हेमंत सोरेन का कब्जा है।
बड़गाईं अंचल स्थित साढ़े 08 एकड़ जमीन से जुड़े मुद्दे में हेमंत सोरेन के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा प्रोसेक्युशन कंप्लेन प्रवर्तन निदेशालय की विशेष न्यायालय में दाखिल की गई है। इस पीसी में कई अहम जानकारियां साक्ष्य के साथ हेमंत सोरेन के विरुद्ध दाखिल की गई है, जिससे आने वाले दिनों हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस प्रोसेक्युशन कंप्लेन में हेमंत सोरेन के साथ-साथ उस जमीन के कागजों तौर पर मालिक राजकुमार पाहन को भी आरोपी बनाया गया है। बता दें कि बड़गाईं अंचल की साढ़े 08 एकड़ जमीन को लेकर जैसे ही प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कसना तेज हो चला था उसी दरम्यान ये 8.5 एकड़ जमीन की जमाबंदी रद्द करने और उसे वास्तविक रैयत को वापस करने के लिए एसएआर न्यायालय ने 29 जनवरी 2024 को आदेश भी दे दिया था।
बावजूद इसके हेमंत सोरेन पर प्रवर्तन निदेशालय ने अपना शिकंजा कसते हुए उन्हें अरैस्ट किया। राजकुमार पाहन के साथ ही हेमंत सोरेन के करीबी दोस्त बिनोद कुमार सिंह को भी प्रवर्तन निदेशालय ने आरोपी बनाया है। बता दें कि बिनोद सिंह के आवास और कार्यालय में प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की थी। इस दरम्यान बिनोद सिंह के आवास से कई अहम दस्तवेज भी बरामद किए गए थे। इसके साथ हीं बिनोद सिंह के मोबाइल से कई ऑफिसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग का व्हाट्सएप चैट भी बरामद हुआ था। बिनोद सिंह का ये चैट सीधे हेमंत सोरेन के साथ था। वहीं बिनोद सिंह के ही मोबाइल में लालू खटाल के नजदीक 1 एकड़ जमीन पर बैंक्वेट हॉल बनाने का नक्शा भी मिला था और नक्शा भी हेमंत सोरेन को ही भेजा गया था।
इसके साथ ही बड़गाईं अंचल के राजस्व कर्मी भानू प्रसाद को भी प्रवर्तन निदेशालय ने आरोपी बनाया है। भानू ही वो शख्स था जो इस जमीन के कब्जे को लेकर पेपर बनाने का काम कर रहा था। हालांकि जमीन का पेपर बनने से पहले ही प्रवर्तन निदेशालय ने पूरे नेक्सस का पर्दाफाश कर दिया। भानू प्रसाद के मोबाइल पर सीएम सचिवालय कर्मी उदय शंकर का कॉल भी आया करता था और यहीं कॉल डिटेल सोरेन की मुश्किलें बढ़ाता चला गया। प्रवर्तन निदेशालय ने इस पूरे मुद्दे में बड़गाई क्षेत्र में रहने वाले और जमीन के धंधे से जुड़े हिलेरियस कच्छप को भी आरोपी बनाया है।
हिलेरियस का भी योगदान इस जमीन को कब्जाने में रहा था और वो भी इस सिंडीकेट का हिस्सा रहा था इसे लेकर भी प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी पीसी में जानकारी दी है। इन सबों के साथ ही कुछ अहम जानकारियां भी प्रवर्तन निदेशालय ने न्यायालय को दी है, जिसमें इस मुद्दे से जुड़े लोगो के बयान भी शामिल हैं। इन बयानों में हेमंत सोरेन के करीबी रहे अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू का भी बयान शामिल है। जानकारी के मुताबिक पिंटू ने कई अहम जानकारियां प्रवर्तन निदेशालय को अपने बयान में दी है, जिससे हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ सकती है। जानकारी के मुताबिक पिंटू का बयान से कई राज बेपर्दा हो सकते हैं, वहीं इसके साथ ही सचिवालय कर्मी उदय शंकर का भी बयान इसमें शामिल है।