एक्सप्रेस ट्रेनों में रेल मंडलों ने बढ़ाई सुरक्षा,जवानों के साथ आर्म्ड फोर्स भी रहेंगे तैनात
संबलपुर से चलकर जम्मूतवी जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन में लूटपाट की घटना के बाद कोल इण्डिया कॉर्ड (सीआईसी) सेक्शन में चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों की सुरक्षा में बढ़ोत्तरी किया गया है। अब ट्रेनों में आर्म्ड फोर्स तैनात रहेंगे। हालांकि रेलवे की ओर से जो प्रबंध की गई है वह अब भी प्रयाप्त नहीं है। जवानों की कमी इसकी बड़ी वजह है। रेलवे ऑफिसरों के अनुसार अब तक लाठीधारी जवानों की बदौलत सीआईसी सेक्शन में चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों की सुरक्षा की जाती थी पर लूटपाट की घटना के बाद इन ट्रेनों में इन लाठीधारी जवानों के साथ आर्म्ड फोर्स भी तैनात रहेंगे।
कई रेल मंडलों ने सुरक्षा बढ़ायी
संबलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस में लूट की घटना के बाद कई रेल मंडलों ने अपने-अपने क्षेत्राधिकारी के स्टेशनों और रेल लाइनों में सुरक्षा बढ़ाई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल के गढ़वा रोड-सोननगर सेक्शन के ट्रेनों में भी सुरक्षा बढ़ा दिया गया है। इसके अतिरिक्त गढ़वा रोड डेहरी ऑन सोन रेल खंड की सुरक्षा भी बढ़ाई है। आरपीएफ जपला पोस्ट प्रभारी निरीक्षक राकेश रंजन के अनुसार सिगसीगी और जपला रेलवे स्टेशन के बीच सुरक्षा प्रबंध को लेकर आरपीएफ की सक्रियता बढ़ा दी गई है। जपला पोस्ट का क्षेत्राधिकार सिगसीगी स्टेशन से जपला आउटर सिंगल तक है। जपला से सोननगर की ओर आरपीएफ के नवीनगर पोस्ट तथा सिगसिगी से गढ़वा रोड की ओर आरपीएफ के गढ़वा पोस्ट जिम्मेवारी संभालती है।
अब तक डंडे के सहारे होती थी सुरक्षा
रेलवे ऑफिसरों के अनुसार सीआईसी सेक्शन में चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों में अब तक डंडे के सहारे सुरक्षा होती थी। इसके लिए आरपीएफ के तीन पुलिसवालों को लगाया जाता था। घटना घटने के बाद अब इन तीन लाठीधारी पुलिस ऑफिसरों के साथ-साथ अब छह फोर्स की भी तैनाती कर दी गयी है। हालांकि बल की काफी कमी है जिसके कारण पहले से मात्र तीन पुलिस बल को ही स्कोर्ट में लगाया गया था। आरपीएफ के डाल्टेनगंज पोस्ट का क्षेत्राधिकार 103 किलोमीटर है। पर यहां तैनाम फोर्से की संख्या सिर्फ़ 59 फोर्स हैं। इसमें भी 24 पुलिसकर्मी धनबाद, बरकाकाना सहित अन्य जगहों पर प्रतिनियुक्त हैं।
लूट के लिए लातेहार-बरवाडीह रेलखंड है सेफजोन
कोल इण्डिया कॉर्ड (सीआईसी) सेक्शन में लातेहार स्टेशन से लेकर बरवाडीह जंक्शन तक का क्षेत्र लूट के लिए सबसे सेफ जोन है। दरअसल इस क्षेत्र से यह रेल लाइन गुजरती है वह सभी ओर से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। क्रिमिनल घटना को अंजाम देकर सरलता से पहाड़ की ओर भाग जाते है। वहीं इस क्षेत्र के रेल लाइन तक सड़क नहीं है। जिस वजह से आपात स्थिति में पुलिस सहायता नहीं कर पाती है। इस रेलखंड में अब तक हुई घटनाओं का क्षेत्र यही रहा है।
लूटपाट की घटनाओं का ब्योरा
27 दिसंबर 2013 को बरवाडीह-लातेहार स्टेशन के बीच शक्तिपुंज एक्सप्रेस में लूट।
- 15 दिसंबर 2013 को बरवाडीह स्टेशन से खूलते ही डाउन शक्तिपूंज एक्सप्रेस में लूट।
- 5 दिसंबर 2013 को लातेहार के कुमांडीह-हेहेगढ़ा रेलवे स्टेशन के बीच बीडीएम सवारी गाड़ी में लूट
- 28 नवंबर 2013 को चियांकी रेलवे स्टेशन के पास टाटा-हटिया-जम्मूतवी एक्सप्रेस में लूट।
- 18 नवंबर 2013 मंगरा रेलवे स्टेशन के पास बरवाडीह-चोपन-चुनार सवारी गाड़ी में लूट।
- 26 अक्टूबर 2013 को हावड़ा से भोपाल जा रही हावड़ा-भोपाल एक्सप्रेस में डालटनगंज स्टेशन से खुलते ही लूट।
- जनवरी 2014 को बरवाडीह-डिहरी सवारी गाड़ी में केचकी- मंगरा रेलवे स्टेशन के बीच लूट।
- जनवरी 2014 में ही कुमांडीह-बेंदी रेलवे के बीच गरीब रथ एक्सप्रेस में लूट।
- जनवरी 2014 में ही इंटरसिटी-रांची वाराणसी एक्सप्रेस में केचकी स्टेशन के निकट लूट।
- सात जनवरी 2014 को अप शक्तिपुंज एक्सप्रेस में केचकी-चियांकी के बीच लूट।
- तीन मार्च 2014 को लातेहार के हेहेगढ़ा रेलवे स्टेशन के बीच अप हावड़ा-भोपाल में लूट।
- 15 अप्रैल 2014 को कुमंडी- हेहेगढ़ा अप हावड़ा-जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस में लूट।