रांची के कॉमर्स टॉपर मनीष ने बताया सफलता का राज
आईसीएसई बोर्ड की 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए गए। झारखंड की राजधानी रांची के डॉन बॉस्को विद्यालय के मनीष लुगुन 92.5% अंक लाकर कॉमर्स में रांची के टॉपर बने हैं। मनीष ने कहा यहां तक का यात्रा इतना सरल नहीं था। कड़ी मेहनत और कंसिस्टेंसी यह दो चीज थी, जिसकी बदौलत कामयाबी मिल पाई है। मनीष ने परिणाम आने के खास वार्ता की। उन्होंने कहा कि मुझे फाइनेंस में करियर बनाना है। उन्होंने अपनी कामयाबी के पीछे माता-पिता की मेहनत को क्रेडिट देते हुए बोला कि मुझे किसी चीज की कमी नहीं होने दी। मैं यहां तक उन्हीं की संघर्ष के कारण पहुंच सका।
को कहा कि वे प्रत्येक दिन चार-पांच घंटे की पढ़ाई करते थे। बोला कि सबसे इंपोर्टेंट है कि रेगुलर पढ़ाई करें। मैंने कभी अपना रूटीन नहीं तोड़ा। कंसिस्टेंसी बनाए रखी। चाहे त्योहार हो या विवाह विवाह, मेरी पढ़ाई का रूटीन कभी नहीं छूटा। विद्यालय से घर आकर पढ़ाई में लग जाता था। सबसे महत्वपूर्ण है सेल्फ स्टडी। कोचिंग पर अधिक डिपेंड ना होकर सेल्फ स्टडी अधिक लाभ वाला होता है। इससे कॉन्सेप्ट अधिक क्लियर होता है। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता मेरे आइडल हैं। साथ ही, विद्यालय टीचर्स ने भी योगदान किया।
सफलता का खोला राज
मनीष बताते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण है कंसिस्टेंसी। आप एक दिन 18 घंटे पढ़ो और चार दिन ना पढ़ो, ऐसे पढ़ाई नहीं होती। बल्कि आप दो घंटे ही पढ़ो, लेकिन नियमित रहो। इसके साथ-साथ प्रैक्टिस और रिवीजन वह कुंजी है, जिसके बिना कामयाबी नामुमकिन है। जितना हो सके रिवीजन करना होता है। ऐसा रिवाइज करिए कि वह आपके दिमाग में छप जाए। उन्होंने कहा कि एक चैप्टर कंप्लीट कर लिया तो उसे तीन से चार बार रिवाइज कीजिए। समय-समय पर करते रहिए। क्योंकि आप 10 पुस्तक समाप्त कर लें और एग्जाम के दिन कुछ याद ना रहे, ऐसी पढ़ाई का कोई मतलब नहीं। कंसिस्टेंसी और हार्ड वर्क का कोई विकल्प नहीं