अभिषेक बनर्जी के खिलाफ कौस्तव बागची ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में की कार्रवाई की मांग
कोलकाता. कांग्रेस छोड़ने के बाद हाल ही में बीजेपी में शामिल वकील कौस्तव बागची ने सोमवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर ‘न्यायपालिका विरोधी’ टिप्पणियों के लिए तृणमूल कांग्रेस पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की.
हालांकि, मुख्य न्यायाधीश टी।एस। शिवगणनम और न्यायमूर्ति हिरण्मय बागची ने वकील बागची को राय दी कि मुद्दे में एक अलग याचिका दाखिल करने के बजाय उन्हें सीपीआई (एम) के राज्यसभा सदस्य और वरिष्ठ वकील विकास रंजन भट्टाचार्य द्वारा दाखिल इसी तरह की याचिका के आधार पर न्यायालय में पहले से ही दर्ज मुद्दे में एक पक्ष बनना चाहिए.
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता अशोक घोष ने पहले ही मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर न्यायपालिका विरोधी टिप्पणियों के लिए अभिषेक बनर्जी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.
पिछले हफ्ते, अभिषेक बनर्जी ने 2016 में पश्चिम बंगाल विद्यालय सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) द्वारा शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों पर की गई 25,753 नियुक्तियों को रद्द करने वाले हाई कोर्ट के हालिया आदेश का जिक्र करते हुए टिप्पणी की थी.
परोक्ष रूप से तमलुक लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय का जिक्र करते हुए अभिषेक बनर्जी ने बोला था कि जो न्यायाधीश पहले विद्यालय की जॉब के मामलों की सुनवाई कर रहे थे, वे अब बीजेपी के उम्मीदवार हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि वह काफी समय से बीजेपी के संपर्क में थे. अब वैसे वह न्यायाधीश बीजेपी में शामिल हो गए हैं, इसलिए कलकत्ता हाई कोर्ट काेे बंद कर देना चाहिए.