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इस साल भारत ने आर्थिक मोर्चे पर हासिल की कई उपलब्धियां, जानें यहां सबकुछ

बिजनेस न्यूज डेस्क !!! वर्ष 2023 का दिसंबर महीना प्रारम्भ हो चुका है इस वर्ष हिंदुस्तान ने आर्थिक मोर्चे पर कई उपलब्धियां हासिल की हैं वर्ष 2023 में राष्ट्र की अर्थव्यवस्था नये स्तर की ओर बढ़ रही है हिंदुस्तान को विकासशील राष्ट्र से विकसित राष्ट्र बनाने का यात्रा प्रारम्भ हो गया है अंतरराष्ट्रीय आर्थिक चुनौतियों के बावजूद 2023 में जीडीपी और मुद्रास्फीति के मोर्चे पर हिंदुस्तान का प्रदर्शन सराहनीय रहा है साल 2023 में हिंदुस्तान ने G20 का सफल आयोजन कर दुनिया को एक नयी राह दिखाई वहीं इस आयोजन से भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत होने का रास्ता भी साफ हो गया हिंदुस्तान में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान हिंदुस्तान से यूरोप तक एक नया स्पाइस कॉरिडोर या आर्थिक कनेक्टिविटी कॉरिडोर बनाने पर भी सहमति बनी, जो एक तरह से चीन की BRI परियोजना से अलग है हाल ही में इटली ने बीआरई परियोजना से हटने की घोषणा कर हिंदुस्तान की परियोजना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है आइए एक नजर डालते हैं वर्ष 2023 में आर्थिक मोर्चे पर हिंदुस्तान की उपलब्धियों पर

जीडीपी की रफ्तार बरकरार रखने में सफल रहे

तमाम अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों के बावजूद हिंदुस्तान 2023 में अपनी मजबूत विकास रेट बरकरार रखने में सफल रहा है सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर रेटिंग एजेंसी एसएंडपी के आंकड़ों ने भी सकारात्मक संदेश दिया एसएंडपी ने वित्त साल 2023-24 के लिए हिंदुस्तान की विकास रेट का अनुमान बढ़ाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया है एजेंसी का मानना ​​है कि मजबूत वृद्धि से अर्थव्यवस्था में आने वाली प्रतिकूल परिस्थितियों की भरपाई हो जाएगी ऐसे में वर्ष 2023 में जीडीपी के मोर्चे पर हिंदुस्तान का प्रदर्शन सराहनीय रहा है निकट भविष्य में राष्ट्र की जीडीपी 6 प्रतिशत से 7.5 प्रतिशत के बीच रह सकती है हिंदुस्तान के केंद्रीय बैंक, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने चालू और अगले वित्तीय सालों के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि रेट 6.5 फीसदी रहने का संभावना व्यक्त किया है गवर्नमेंट के मुताबिक, मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वित्त साल 2022-23 में हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत की रेट से बढ़ी

महँगाई नियंत्रण के मोर्चे पर सफलता

साल 2023 में महंगाई के मोर्चे पर भी हिंदुस्तान का प्रदर्शन संतोषजनक रहा केंद्र गवर्नमेंट और आरबीआई की प्रतिबद्धता के साथ, मुद्रास्फीति साल 2023 के अधिकतर समय में आरबीआई के चार से छह फीसदी के बैंड के बीच बनाए रखने में सक्षम रही है मौसम की चुनौतियों के कारण खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों से चिंता बढ़ी, लेकिन गवर्नमेंट और आरबीआई द्वारा उठाए गए कदम इसे संतोषजनक दायरे में लाने में सफल रहे बढ़ती महंगाई को देखते हुए आरबीआई ने आरंभ में रेपो दर को बढ़ाकर 6.5% कर दिया उनका यह कदम ठीक साबित हुआ और इससे महंगाई पर काबू पाने में सहायता मिली महंगाई के मोर्चे पर स्थिरता के बाद फरवरी 2023 से रेपो दर को स्थिर रखा गया है

बेरोजगारी के आंकड़ों में सकारात्मक बदलाव

साल 2023 में राष्ट्र में बेरोजगारी रेट कम करने में बड़ी कामयाबी मिली है एनएसएसओ की नवीनतम आवधिक श्रम बल रिपोर्ट में 15 साल से अधिक उम्र के नागरिकों के बीच राष्ट्र की बेरोजगारी रेट 3.2 फीसदी दर्ज की गई, जो छह सालों में सबसे कम है पिछले वर्ष बेरोजगारी रेट 4.1 प्रतिशत थी वहीं, 2020-21 में यह रेट 4.2 फीसदी, 2019-20 में 4.8 प्रतिशत और 2018-19 में 5.8 प्रतिशत और 2017-18 में 6 प्रतिशत थी कुल कामकाजी उम्र की जनसंख्या का 57.9 फीसदी श्रम बल में भाग ले रहा है 2017-18 में यह संख्या 49.8 प्रतिशत थी ग्रामीण क्षेत्रों में यह 50.7 फीसदी से बढ़कर 60.8 फीसदी और शहरों में 47.6 फीसदी से बढ़कर 50.4 फीसदी हो गयी 78.5 फीसदी पुरुष श्रम बल में भाग ले रहे हैं, जो 2017-18 में 75.8 फीसदी से अधिक है 37 फीसदी महिलाएँ श्रम शक्ति का हिस्सा हैं, जो 2017-18 में 23.3 फीसदी से अधिक है रिपोर्ट में यह भी बोला गया है कि गांवों में बेरोजगारी कम है यहां 2017-18 में 5.3 प्रतिशत बेरोजगारी से घटकर 2022-23 में महज 2.4 प्रतिशत रह जाएगी इस बीच शहरों में बेरोजगारी रेट 7.7 प्रतिशत से गिरकर 5.4 प्रतिशत पर आ गयी

विदेशी मुद्रा भंडार फिर 600 अरब $ से अधिक हो गया

वर्ष 2023 में विदेशी मुद्रा भंडार के मुद्दे में भी राष्ट्र का प्रदर्शन संतोषजनक रहा है दिसंबर की आरंभ में राष्ट्र का विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर 600 अरब $ के पार पहुंच गया है आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 1 दिसंबर को राष्ट्र का विदेशी मुद्रा भंडार 604 अरब $ था इससे पहले 11 अगस्त को राष्ट्र का विदेशी मुद्रा भंडार 600 अरब $ से अधिक था बता दें कि अक्टूबर 2021 में राष्ट्र का विदेशी मुद्रा भंडार 642 अरब $ पर पहुंच गया लेकिन तब कमजोर होते रुपये को फिसलने से रोकने के लिए आरबीआई के हस्तक्षेप के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई थी हालाँकि, अब यह फिर से $600 बिलियन का आंकड़ा पार कर गया है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक मजबूत भविष्य का संकेत है

सीबीडीसी का सफल प्रयोग

साल 2023 आरबीआई द्वारा लॉन्च की गई डिजिटल करेंसी यानी सीबीडीसी के लिहाज से भी अहम साबित हुआ है राष्ट्र के चुनिंदा शहरों में सीबीडीसी की आरंभ के बाद लोगों ने इसके प्रति उत्साह दिखाया सीमा पार लेनदेन के लिए सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) या ई-रुपये का इस्तेमाल लागत का दो से तीन फीसदी बचाता है वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने कहा, सीबीडीसी का इस्तेमाल सीमा पार लेनदेन, प्रेषण या किसी अन्य इस्तेमाल के लिए किया जा सकता है सेठ ने कहा, मौजूदा समय में सीमा पार से भुगतान की कोई बहुत कुशल प्रणाली नहीं है समय लगता है अप्रवासी भारतीय हर वर्ष लगभग 100 अरब $ हिंदुस्तान भेजते हैं

जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन

वर्ष 2023 हिंदुस्तान की अध्यक्षता में जी20 की सफल मेजबानी के लिए भी जाना जाएगा जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 115 से अधिक राष्ट्रों के 25 हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने राष्ट्र भर के 60 शहरों में 220 से अधिक बैठकें कीं दूसरे G-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता हिंदुस्तान ने की रण भरत ने पूरी दुनिया को ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया 2023 में यूके, यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया जैसे राष्ट्रों के साथ मुक्त व्यापार समझौते या एफटीए की दिशा में भी जरूरी वार्ता हुई शीघ्र ही सकारात्मक रिज़ल्ट मिलने की आशा है

इकोनॉमिक कनेक्टिविटी कॉरिडोर की घोषणा

भारत की अध्यक्षता में हुए जी20 शिखर सम्मेलन की एक जरूरी उपलब्धि आर्थिक कनेक्टिविटी कॉरिडोर की घोषणा थी यह कॉरिडोर जल्द ही भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच बनाया जाएगा कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे पर योगदान के लिए यह एक ऐतिहासिक और अपनी तरह की पहली पहल है जिसमें भारत, यूएई, सऊदी अरब, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जर्मनी और अमेरिका शामिल हो रहे हैं इटली ने हाल ही में गलियारे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए चीन की बीआरई परियोजना से हटने की घोषणा की सामरिक मोर्चे पर यह हिंदुस्तान के लिए बड़ी उपलब्धि है

चिप निर्माण के क्षेत्र में एक कदम आगे

वर्ष 2023 हिंदुस्तान के लिए चिप निर्माण की आरंभ का भी प्रतीक है प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने 28 जुलाई को गुजरात में सेमीकॉन इण्डिया कॉन्फ्रेंस-2023 का उद्घाटन करते हुए पूरे विश्व के चिप निर्माताओं को हिंदुस्तान में सेमीकंडक्टर विनिर्माण में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हुए बोला कि हिंदुस्तान किसी को निराश नहीं करता है पीएम मोदी चाहते हैं कि पूरे विश्व की कंपनियां हिंदुस्तान में आकर चिप्स बनाएं और हिंदुस्तान अपने चिप्स भी विकसित करे हिंदुस्तान की सबसे बड़ी चिप बनाने की प्रतिस्पर्धा चीन से है, जो पिछले तीन दशकों से निवेश का केंद्र रहा है भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की अपनी राजकीय यात्रा के दौरान माइक्रोन टेक्नोलॉजी के सीईओ संजय मेहरोत्रा ​​से मुलाकात की और उन्हें हिंदुस्तान में सेमीकंडक्टर विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया जिसके कुछ घंटों बाद माइक्रोन ने 825 मिलियन $ के निवेश के साथ गुजरात में एक नयी असेंबली और परीक्षण सुविधा बनाने की अपनी योजना की घोषणा की इसके अतिरिक्त फॉक्सकॉन और वेदांता जैसी कंपनियां भी हिंदुस्तान में चिप निर्माण के क्षेत्र में अपने अभियान को आगे बढ़ा रही हैं

शेयर बाज़ार अब तक के उच्चतम स्तर पर

भारतीय शेयर बाजार ने 2023 में लगातार नए रिकॉर्ड बनाए इस बीच, सेंसेक्स और निफ्टी नयी ऊंचाई की ओर बढ़ते रहे पिछले शुक्रवार यानी 8 दिसंबर को बीएसई सेंसेक्स पहली बार 303.91 (0.43%) अंक की बढ़त के साथ 69,825.60 पर बंद हुआ वहीं, एनएसई निफ्टी भी पहली बार 21000 के स्तर को पार करने में सफल रहा 2023 में बीएसई और एनएसई में लिस्टेड कंपनियों का बाजार कैप भी अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार पर भरोसा करते हुए 2023 में भी अपना निवेश जारी रखा

एक्सप्रेस-वे की आरंभ से बेहतर कनेक्टिविटी

देश में एक्सप्रेसवे और हाईवे निर्माण के लिहाज से भी वर्ष 2023 काफी अहम साबित हुआ प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च 2023 को बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया यह राष्ट्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुई 119 किमी लंबे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट को NH 275 नाम दिया गया था यह 6-10 लेन का हाईवे है जिसके निर्माण पर 8480 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं इसके अतिरिक्त राष्ट्र की राजधानी दिल्ली और राष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई को जोड़ने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा भी वर्ष 2023 में प्रारम्भ किया गया था 1350 किलोमीटर लंबे इस आठ लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अभी चल रहा है इस एक्सप्रेसवे के खुलने के बाद दिल्ली से मुंबई के बीच की दूरी महज 12 घंटे में तय की जा सकेगी दिल्ली और जयपुर के बीच इस एक्सप्रेसवे का पहला चरण जनता के लिए खोल दिया गया है यह एक्सप्रेसवे छह राज्यों यानी दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा इस एक्सप्रेसवे को साल 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है

विमानन क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि

साल 2023 राष्ट्र के एविएशन सेक्टर के लिए बहुत अहम रहा राष्ट्र का हवाई यातायात इस वर्ष अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया वहीं, एयर इंडिया, इंडिगो और अकासा एयर जैसी एयरलाइंस ने अपना आकार बढ़ाने के लिए बोइंग और एयरबस के साथ ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए वर्ष 2023 में हवाई यात्रियों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी हुई है गवर्नमेंट ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि पिछले नौ सालों में हवाई यात्रियों की संख्या बढ़कर 14 करोड़ हो गई है और 2030 तक तीन गुना बढ़कर 42 करोड़ होने की आशा है

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