उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली MVA सरकार में किसी भी वक्त देवेंद्र फडणवीस को किया जा सकता…
महाराष्ट्र के तकनीकी एवं उच्च शिक्षा और संसदीय कार्य मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता चंद्रकांत पाटिल ने कुछ दिनों पहले इल्जाम लगाया था कि उद्धव ठाकरे की प्रतिनिधित्व वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) गवर्नमेंट में किसी भी समय देवेंद्र फडणवीस को अरैस्ट किया जा सकता था. इस पर अब स्वयं उप सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कथित षड्यंत्र का खुलासा किया है. फडणवीस ने बोला कि हां ये सच है कि महा विकास अघाड़ी गवर्नमेंट में उनको अरैस्ट करने की षड्यंत्र रची जा रही थी.
पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हां, यह सच है कि मेरे विरुद्ध झूठा मुकदमा बनाने की प्रयास की गई थी. हालाँकि उन्होंने बहुत प्रयास की, लेकिन उन्हें कुछ मिल नहीं सका. इस बारे में कभी विस्तार से बात करूंगा.” जब उनसे संविधान बदलने पर प्रश्न किया गया तो उन्होंने बोला कि राष्ट्र के लोगों की पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा है और जब तक भाजपा है, कोई भी संविधान को छू नहीं पाएगा. उन्होंने कहा, “मेरे लिए राष्ट्र का संविधान गीता, बाइबिल और कुरान से भी अधिक जरूरी और पवित्र है.”
उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में बोला कि उन्होंने बहुत पहले साफ बोला है कि इस संविधान की वजह से ही चाय बेचने वाला लड़का राष्ट्र का पीएम बन सका है. इसलिए उन्होंने पिछले दस सालों के दौरान पीएम मोदी ने संविधान की रक्षा की है. गुरुवार को एनडीए उम्मीदवारों का नामांकन होना था. इसलिए उप सीएम बुधवार की रात पुणे के विमाननगर क्षेत्र के एक होटल में देर रात तक बैठक की.
इस दौरान उन्होंने मीडिया से वार्ता में कहा, “विरोधी धमकी दे रहे हैं कि चुनाव बाद संविधान बदल दिया जाएगा लेकिन यह बात समझ लें कि पूर्ण बहुमत के दस सालों में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान की रक्षा की है. जनता पीएम मोदी के साथ है और उन सभी उम्मीदवारों को वोट देगी, जिन्हें प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने खड़ा किया है.” फडणवीस ने बोला कि मोदी एक बार फिर पीएम बनेंगे. दूसरे उप सीएम अजित पवार भी देर रात होटल में उनसे मिलने पहुंचे थे. दोनों नेताओं ने फिर अकेले में मंत्रणा की.
बता दें कि पिछले महीने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने भी फडणवीस पर निशाना साधा था और पार्टी के मुखपत्र सामना में पूछा था कि उन्हें आखिर किस बात का डर था? उद्धव ने इल्जाम लगाया था कि उस समय एक आईपीएस अधिकारी ने MVA के विधायकों को धमकी दी थी कि वे देवेंद्र फडणवीस का समर्थन करें.
ठाकरे ने यह भी बोला था कि उस आईपीएस अधिकारी ने विधायकों को डराया था कि उनकी खुफिया टेलीफोन टैपिंग के रिकॉर्ड भी हैं. शिव सेना नेता ने पूछा था कि क्या गैर कानूनी नहीं है, क्या किसी का टेलीफोन टैप कराना क्राइम नहीं है. तब ठाकरे ने बोला था कि यह महाराष्ट्र की राजनीति का मिजाज नहीं रहा है कि विरोधियों को इस तकह फंसाया जाय.