पुलिस की खुफिया टीम ने पाकिस्तान के खुफिया तंत्र से जुड़ीं तीन महिलाओ को किया गिरफ्तार
जयपुर,। राजस्थान
पुलिस की खुफिया टीम ने गुरुवार को आनंद राज सिंह नाम के एक पुरुष को
रणनीतिक महत्व की रक्षा जानकारी जुटाने और उसे सोशल मीडिया के जरिए
पाकिस्तान के खुफिया तंत्र से जुड़ीं तीन स्त्री हैंडलर्स के साथ साझा करने
के इल्जाम में अरैस्ट किया।
अधिकारियों ने कहा कि आरोपी नागरिक सूरतगढ़ आर्मी कैंट के बाहर एक वर्दी की दुकान चलाता था।
अतिरिक्त
महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस संजय अग्रवाल ने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया
एजेंसियों द्वारा की जा रही जासूसी गतिविधियों पर राजस्थान इंटेलिजेंस
द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है। एकत्र की गई खुफिया जानकारी से पता चला
कि सूरतगढ़ आर्मी कैंट के बाहर वर्दी की दुकान चलाने वाला आनंद राज नाम का
युवक सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी खुफिया तंत्र की तीन स्त्री संचालकों
के साथ लगातार संपर्क में था।अग्रवाल ने बोला कि आनंद राज सेना परिसर
के पास अपने वर्दी स्टोर के जरिए सैन्यकर्मियों के संपर्क में था। जब
इंटेलिजेंस की जयपुर टीम द्वारा आनंद राज की गतिविधियों पर बारीकी से नजर
रखी गई तो पता चला कि वह सामरिक महत्व की सूचनाएं जुटाकर तीन महिला
हैंडलर्स को भेज रहा था।दरअसल, आनंद राज कुछ समय से वर्दी की दुकान
छोड़कर बहरोड़ की एक फैक्ट्री में काम कर रहा था। इस दौरान भी वह
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की स्त्री हैंडलर्स के साथ लगातार संपर्क में था
और उसे अपने स्रोतों से सेना की जरूरी और सीक्रेट जानकारी मिल रही थी,
जिसे वह स्त्री पाकिस्तानी एजेंटों के साथ साझा करता था। सीक्रेट सूचनाएं
भेजने के बदले में उसने पैसों की भी मांग की।पाकिस्तानी खुफिया
जानकारी सैन्यकर्मियों के साथ-साथ परिसर के आसपास काम करने वाले नागरिकों
को निशाना बनाकर इंडियन आर्मी के बारे में सीक्रेट जानकारी हासिल करने की
कोशिश करती रहती है। इसके लिए भारतीय मोबाइल नंबरों पर संचालित सोशल मीडिया
अकाउंट का इस्तेमाल स्त्री हैंडलर्स द्वारा किया जाता है जो सैन्यकर्मियों
और सेना के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों को हनीट्रैप में फंसाती हैं।अपर
महानिदेशक अग्रवाल ने कहा कि जब आनंद राज की गतिविधियों पर शक हुआ तो
सभी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा संयुक्त पूछताछ कर तकनीकी जानकारी हासिल की
गई। पूछताछ के बाद मिले सबूतों और उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन
के तकनीकी विश्लेषण के आधार पर राज के विरुद्ध विशेष पुलिस स्टेशन, जयपुर
में राज अधिनियम के अनुसार मुद्दा दर्ज किया गया और उसे अरैस्ट कर लिया गया।–