फ्लाइट सीट सिलेक्शन को लेकर DGCA ने बदले नियम
एयरलाइंस को अब 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को फ्लाइट में माता-पिता या अभिभावक के साथ सीट अलॉकेट करना होगा. डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिवल एविएशन (DGCA) ने इसे लेकर नयी ट्रैवल गाइडलाइन्स जारी की है.
डीजीसीए ने बोला है कि यदि एक ही PNR पर बच्चे और माता-पिता ट्रैवल कर रहे हैं तो उन्हें सीट सिलेक्शन के लिए कोई ऐक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होगा. इसके साथ ही डीजीसीए ने एयरलाइंस से इसका रिकॉर्ड भी मेंटेन करने के बोला है.
सिविल एविएशन रेगुलेटर ने यह कदम 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को उनके माता-पिता या अभिभावकों के साथ नहीं बैठाने के कई मामलों के बाद उठाया है. पिछले कुछ हफ्तों में कई यात्रियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ऐसा अनुभव शेयर किया है.
2021 के एयर ट्रांसपोर्ट सर्कुलर 01 में परिवर्तन किया
DGCA ने नए नियमों के लिए 2021 के एयर ट्रांसपोर्ट सर्कुलर 01 को संशोधित किया है. इसके साथ 2024 के एयर ट्रांसपोर्ट सर्कुलर (एटीसी) -01 को भी संशोधित किया है. इसका टाइटल है, ‘अनबंडल ऑफ सर्विसेज एंड फीस बाय शेड्यूल्ड एयरलाइंस’.
2024 का एयर ट्रांसपोर्ट सर्कुलर, एयरलाइन्स को जीरो बैगेज, प्रिफरेंशियल सीटिंग, मील/स्नैक/ड्रिंक चार्जेस, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स की ढुलाई जैसी सर्विसेज के लिए ऐक्स्ट्रा चार्ज लेने की अनुमति देता है. यात्री इन सर्विसेज को ऑप्ट-इन बेसिस पर ले सकते हैं.
फ्लाइट में चार्ज देकर प्री-सीट सिलेक्शन का ऑप्शन
भारत में एयरलाइंस, चार्ज देकर प्री-सीट सिलेक्शन का ऑप्शन देती है. जो लोग पेमेंट नहीं करना चाहते हैं उन्हें वे सीटें आवंटित की जाती हैं जो पहले से बुक नहीं की गई हो.
ऐसे में, एक साथ यात्रा करने वाले उन समूहों या परिवारों को अधिकांश फ्लाइट में भिन्न-भिन्न बैठाया जाता है, जिन्होंने ऐक्स्ट्रा पेमेंट करके पहले से अपनी सीटें बुक नहीं की हो.