बंगाल के कूचबिहार में वोटिंग के वक्त हुई हिंसा
पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के पहले दिन कूचबिहार में अत्याचार देखने को मिली. यहां मतदान प्रारम्भ होने के तुरंत बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच झड़प की खबरें आने लगीं. शहर के पास चांदमारी गांव में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के बीच झड़प हो गई. पथराव की भी खबरें सामने आई हैं. कहा जा रहा है कि इस दौरान एक आदमी घायल हो गया. दिनहाटा ब्लॉक के भेटागुड़ी में अत्याचार हुई है. तृण मूल काँग्रेस का इल्जाम है कि यहां देसी बम फेंके गए जिससे उनके ब्लॉक अध्यक्ष अनंत बर्मन घायल हो गए. वह हॉस्पिटल में भर्ती हैं.
टीएमसी और बीजेपी दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे पर मतदाताओं को डराने-धमकाने का इल्जाम लगाया. ऐसा बोला गया कि वोटर्स को मतदान केंद्रों तक पहुंचने से रोका गया और बूथ एजेंटों पर हमले करने के भी इल्जाम लगे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, कूचबिहार के तूफानगंज और जलपाईगुड़ी के डाबग्राम-फुलबाड़ी जैसे कुछ इलाकों में सियासी दलों के अस्थायी चुनाव कार्यालयों में आग लगा दी गई. मालूम हो कि जिले के 2043 मतदान केंद्रों में से करीब 196 संवेदनशील की लिस्ट में आते हैं. कूचबिहार में पहले भी कई बार चुनावी अत्याचार हो चुकी है. 10 अप्रैल, 2021 को विधानसभा चुनाव को लेकर जिले में मतदान हो रहा था. इस दौरान यहां मतदाताओं सहित 5 लोगों की मर्डर कर दी गई थी.
कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में हो रहा मतदान
बता दें कि पश्चिम बंगाल की 3 लोकसभा सीट पर 56.26 लाख मतदाता हैं. इनमें से 15 फीसदी से अधिक ने शुक्रवार सुबह 9 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया. एक निर्वाचन अधिकारी ने यह जानकारी दी. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी सीट पर मतदान जारी है. निर्वाचन अधिकारी ने कहा, ‘सुबह 9 बजे तक कूचबिहार में 15.26 फीसदी मतदान हुआ जबकि अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में क्रमश: 15.91 फीसदी तथा 14.13 फीसदी वोट पड़े.‘ तीनों सीटें आरक्षित हैं. कूचबिहार और जलपाईगुड़ी अनुसूचित जाति के लिए और अलीपुरद्वार अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता निसिथ प्रमाणिक समेत कुल 37 उम्मीदवार राज्य के उत्तरी हिस्से के इन तीन निर्वाचन क्षेत्रों से चुनावी मैदान में हैं. मतदान सुबह 7 बजे शुरुआत हुआ और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)