बेंगलुरु में एक हिंदू दुकानदार को मुस्लिम युवकों द्वारा पीटने का मामला आया सामने
बैंगलोर: कर्नाटक के बेंगलुरु में एक हिंदू दुकानदार को मुसलमान युवकों द्वारा पीटने का मुद्दा सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मुकेश नामक यह दुकानदार अपनी दूकान में हनुमान चालीसा बजा रहा था. घटना रविवार (17 मार्च 2024) की है. व्यापारियों की एकजुटता के बाद पुलिस ने इस मुद्दे में 6 युवकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर, 3 को अरेस्ट किया है. हालाँकि, पुलिस ने मुद्दे में सांप्रदायिक एंगल की बात को नकारा है.
लेकिन, रिपोर्ट के अनुसार, ‘अजान’ के वक़्त पर अपनी दुकान में ‘हनुमान चालीसा’ बजाने पर मुसलमान युवकों ने मुकेश को पीटा है. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, घटना बेंगलुरु के नगराथपेट क्षेत्र की है. यहाँ सिद्दन्ना लेआउट के पास मुकेश मोबाइल की दूकान चलाता है. रविवार की शाम तक़रीबन 6 बजे मुकेश अपनी दुकान में म्यूजिक सिस्टम पर हनुमान चालीसा सुन रहे थे. इसी दौरान लगभग आधा दर्जन पुरुष मुकेश की दुकान पर आ धमके. उन्होंने अजान का समय बताते हुए मुकेश को हुनमान चालीसा बंद करने के लिए धमकाया. मुकेश ने इससे इनकार किया तो दोनों पक्षों में झगड़ा प्रारम्भ हो गई.
रिपोर्ट के अनुसार, बहस के बाद इन युवकों ने मुकेश को पीटना प्रारम्भ कर दिया. यह जंग दुकान से बाहर निकल कर सड़क तक जा पहुँची. इस हाथापाई में मुकेश के कपड़े भी फट गए. सामने आए वीडियो में हनुमान चालीसा बंद करवाने आए मुसलमान पुरुष आक्रामक अंदाज में हाथों के इशारे करते नज़र आ रहे है. मुकेश ने पुलिस में कम्पलेन दी है. उन्होंने कहा है कि हमलावर अक्सर उनसे पैसे माँगते रहते थे. पैसे देने से मना करने पर उन सभी ने बदला लेने के इरादे से धावा किया. पुलिस के मुताबिक 6 लोगों के विरुद्ध FIR दर्ज की गई है और 3 को अरैस्ट किया गया है. इनकी पहचान सुलेमान, शाहनवाज और रोहित के रूप में हुई है. पुलिस का बोलना है कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. पीड़ित और आरोपित पहले से परिचित हैं.
वहीं, एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश को सिर में एक स्पीकर से मारा गया है, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं हैं. कथित तौर पर घटना के बाद पुलिस मुकेश की कम्पलेन पर मुद्दा दर्ज करने से बच रही थी. मगर, जब क्षेत्र के व्यापारी एकजुट हो पुलिस स्टेशन के आगे जमा हो गए तो पुलिस को FIR दर्ज कर एक्शन लेना पड़ा. हालाँकि, इस मुद्दे में गौर करने वाली बात ये ही है कि, दिन में 5 बार होने वाली अज़ान की आवाज़ कई मंदिरों और हिन्दुओं के घरों में भी जाती है, लेकिन उस पर कभी टकराव होता नहीं दिखता, तो एक दूकान में बज रही हनुमान चालीसा पर विरोध क्यों ?