भाजपा ने चार मौजूदा सांसदों का टिकट काटा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एमए खारबेल स्वांई ने सोमवार को घोषणा की कि वह ओडिशा की बालेश्वर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने एक दिन पहले इस सीट से मौजूदा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप षाड़ंगी को एक बार फिर उम्मीदवार बनाया, जिसके बाद स्वांई ने यह घोषणा की है।
खारबेल स्वांई ने संवाददाता सम्मेलन में बोला कि मैं आनें वाले लोकसभा चुनाव में बालेश्वर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूंगा। मैं पीएम मोदी के नाम पर प्रचार करूंगा। जनता तय करेगी कि कौन वास्तविक बीजेपी है। उन्होंने बोला कि वह बीजेपी नहीं छोड़ेंगे, हालांकि पार्टी उनके विरुद्ध कार्रवाई कर सकती है। स्वांई ने बोला कि वह चुनाव जीतने के बाद बीजेपी में शामिल हो जायेंगे। पूर्व सांसद ने इल्जाम लगाया कि बीजेपी में ‘षड्यंत्रकारियों का समूह’ उन्हें टिकट न दिये जाने के लिए उत्तरदायी है। स्वांई 1998 से 2009 तक बालेश्वर से सांसद रह चुके हैं। 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने कंधमाल से लड़ा था, लेकिन बीजू जनता दल के अच्युतानंद सामंत ने उन्हें हरा दिया था।
इस बीच, टिकट न पाने वाले कालाहांडी से बीजेपी के सांसद बसंत कुमार पांडा ने बोला कि वह एक पार्टी कार्यकर्ता हैं और आगे भी बने रहेंगे। उन्होंने बोला कि मैं पार्टी के निर्णय का स्वागत करता हूं। परिवर्तन स्वाभाविक है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए। मैंने पार्टी द्वारा मुझे सौंपे गये कर्तव्यों का पालन किया है। टिकट न पाने वाले बरगढ़ सांसद सुरेश पुजारी और मयूरभंज सांसद विशेश्वर टुडू ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। टुडू केंद्रीय मंत्री हैं। बीजेपी ने रविवार को ओडिशा की 21 लोकसभा सीट में से 18 के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की। पार्टी ने चार मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है।