तेलंगना में भाजपा अभी तक 30 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों की नहीं की घोषणा
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हैदराबाद। तेलंगाना के बीजेपी विधायक एटाला राजेंदर ने बोला कि वह गजवेल निर्वाचन क्षेत्र से सीएम के। चंद्रशेखर राव के विरुद्ध चुनाव लड़ने के अपने बयान पर अडिग हैं। उन्होंने बोला कि राव को निश्चित रूप से भगवा खेमे के हाथों हार का सामना करना पड़ेगा।
तेलंगाना के नागरिक आपूर्ति मंत्री गंगुला कमालर के एक बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजेंदर ने कहा, “मैंने यह बयान यूं ही नहीं दिया है।”
पूर्व मंत्री ने संवाददाताओं से बोला कि केसीआर ने हुजूराबाद उपचुनाव में उन्हें हराने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए। कई मंत्रियों और अन्य नेताओं ने मनमानी की। पूरी आधिकारिक मशीनरी ने निर्वाचन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया।
राजेंदर ने बोला कि उन्होंने तब केसीआर को अपनी पार्टी से किसी और को मैदान में उतारने के बजाय उनके विरुद्ध चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी।
बीजेपी विधायक ने बोला कि उपचुनाव में जीत के बाद उनका लक्ष्य केसीआर को हराना था और वह अपनी बात पर कायम हैं।
मुख्यमंत्री, जो 2018 में गजवेल से विधानसभा के लिए चुने गए थे, अगले महीने के चुनाव में गजवेल और कामारेड्डी से भी चुनाव लड़ रहे हैं।
यह साफ नहीं है कि राजेंदर हुजूराबाद या गजवेल से भी चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
भाजपा ने अभी तक 30 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
कभी केसीआर के भरोसेमंद रहे राजेंदर को कथित तौर पर नेतृत्व को चुनौती देने की प्रयास के बाद 2021 में कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने हाकिमपेट, गजवेल में राजेंदर की पत्नी के स्वामित्व वाली जमुना हैचरीज द्वारा आवंटित भूमि पर कथित कब्ज़ा की जांच के भी आदेश दिए थे।
राजेंदर ने केसीआर की कथित निरंकुश कार्यशैली को लेकर उन पर निशाना साधते हुए बीआरएस और विधानसभा सदस्यता दोनों से त्याग-पत्र दे दिया।
बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए और पार्टी के टिकट पर उपचुनाव लड़ा।
गजवेल में मुदिराज समुदाय के मतदाताओं की बड़ी संख्या है, जिससे राजेंदर आते हैं, इसलिए निर्वाचन क्षेत्र में बीजेपी नेताओं की मांग है कि उन्हें केसीआर के विरुद्ध मैदान में उतारा जाए।