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शिवसेना (यूबीटी) के उप नेता इस मामले में हुए अरेस्ट

नासिक (महाराष्ट्र), 16 नवंबर (आईएएनएस) कथित तौर पर 7.50 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज फर्जीवाड़ा मुद्दे में बुधवार को भोपाल से अरैस्ट शिवसेना (यूबीटी) के उप नेता अद्वय हिरे को गुरुवार को यहां मालेगांव न्यायालय ने पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता हिरे पर कथित तौर पर जाली दस्तावेजों के आधार पर नासिक जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (एनडीसीसीबी) से कर्ज प्राप्त करने और फिर राशि चुकाने में विफल रहने का इल्जाम लगाया गया है

नासिक ग्रामीण पुलिस की आर्थिक क्राइम शाखा इस मुद्दे की जांच कर रही है इस बीच हिरे छिप गया था लेकिन भोपाल पुलिस ने उसका पता लगा लिया और गुरुवार को मालेगांव के रमजानपुरा पुलिस स्टेशन को सौंप दिया

उसे अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश यूएस बाघेले के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उसे 20 नवंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया

हिरे की सात दिन की हिरासत के लिए दलील देते हुए, अतिरिक्त सरकारी वकील महेंद्र फुलपगारे ने बोला कि बंधक मिल और जमीन की बिक्री से प्राप्त 1.78 करोड़ रुपये की राशि से बैंक कर्ज की किस्‍त का भुगतान नहीं किया गया था

कुल कर्ज राशि में से छह करोड़ रुपये की राशि एक निजी वेंकटेश बैंक को हस्तांतरित की गई पुलिस जांच कर रही है कि ऐसा क्यों किया गया, पैसे के साथ क्या किया गया और इससे किसे फायदा हुआ

हालांकि, हिरे के वकील ने दलील दी कि मुद्दे की जांच पूरी हो चुकी है, सभी डॉक्यूमेंट्स पहले ही ले लिए जा चुके हैं और इसलिए पुलिस हिरासत की कोई आवश्यकता नहीं है

एनडीसीसीबी के तत्कालीन अध्यक्ष के रूप में हिरे ने 2013 में रेनुकादेवी यंत्रमग स्त्री औद्योगिक सहकारी समिति के नाम पर एक बुनाई मिल बंधक रखकर लगभग 7.50 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था मिल की अध्‍यक्ष उनकी पत्नी स्मिता हिरे थीं

इन सालों में, राशि बढ़कर 32 करोड़ रुपये हो गई, जिसके बाद बैंक ने ऋण की वसूली के लिए अप्रैल 2023 में पुलिस में कम्पलेन दर्ज कराई, और वैसे राशि 25 करोड़ रुपये से अधिक हो गई थी, इसलिए मुद्दा ईओडब्ल्यू, नासिक को स्थानांतरित कर दिया गया था

गिरफ्तारी की संभावना से हिरे ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था, जिसे निचली न्यायालय और बॉम्बे उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था इसके बाद भोपाल में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा पकड़े जाने तक वह फरार कहा गया था

शिवसेना (यूबीटी) के शीर्ष नेता संजय राउत और सुषमा अंधारे ने हिरे की गिरफ्तारी की आलोचना की है और इसे सीएम एकनाथ शिंदे की गवर्नमेंट द्वारा किया गया ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया है क्योंकि वह (हिरे) पीडब्ल्यूडी मंत्री दादाजी भुसे के सियासी प्रतिद्वंद्वी थे

अंधारे ने तीखे स्वर में कहा, “अगर हिरे बीजेपी में शामिल हो गए होते (जून 2022 में शिवसेना के विभाजन के बाद), तो उनके सभी कथित पाप माफ कर दिए गए होते, लेकिन क्योंकि वह शिवसेना (यूबीटी) में शामिल हो गए हैं, इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है

 

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