पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल से ना हों परेशान
राजस्थान के पड़ोसी राज्यों की तुलना में राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर पर अधिक वैट के विरुद्ध अब पेट्रोल पंप संचालकों ने सांकेतिक स्ट्राइक प्रारम्भ कर दी हैं।अलवर जिले को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में दो दिन के लिए सुबह दस बजे से शाम 6 बजे तक पेट्रोल पंप संचालकों ने सांकेतिक स्ट्राइक पर रहेंगे।
राजस्थान में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें
हड़ताल की वजह से रोजाना फ्यूल भरवाने वाले लोगों को सबसे अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।आज सिर्फ़ कंपनी (कोको) पेट्रोल पम्प खुले हैं। इसी वजह से कंपनी द्वारा संचालित पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लगी हुई हैं।पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए लंबी वाहनों की कतारें नजर आ रही हैं।
बता दें कि आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर किसी भी गाड़ी में पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा।वहीं स्ट्राइक से पहले पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल भरवाने वालों की भीड़ नजर आई।सुबह दस बजे के साथ ही पेट्रोल पंपों पर बैरिकेडिंग कर दी गई।
वहीं आमजन का बोलना है कि वैट कम होगा तो डीजल सस्ता मिलेगा। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का बोलना हैं कि राजस्थान में इस समय पेट्रोल पर 31.04 फीसदी वैट है।साथ ही 1.50 रुपए प्रति लीटर रोड डेवलपमेंट सैस भी वसूला जा रहा है।इसी तरह डीजल पर 19.30 फीसदी वैट है।
इस पर 1.75 रुपए प्रति लीटर सैस वसूला जा रहा है।राजस्थान उन राज्यों में है जहां पेट्रोल-डीजल पर सबसे अधिक टैक्स दिया जा रहा है।राजस्थान के पड़ोसी राज्य गुजरात, पंजाब, हरियाणा, यूपी और दिल्ली में दरें काफी कम है।