कोझिकोड में निपाह वायरस से 4 मरीजों की आखिरी रिपोर्ट आई निगेटिव
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बोला कि कोझिकोड में निपाह वायरस का डर समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि चार रोगियों में से अंतिम की जांच रिपोर्ट दो बार निगेटिव आई है, जिससे खतरा कम हो जाता है। निपाह वायरस के डिस्चार्ज किए जाने वाले रोगियों में एक नौ वर्ष का लड़का शामिल था, जिसके पिता की पिछले महीने वायरस से मृत्यु हो गई थी।
सितंबर के दूसरे हफ्ते के दौरान कोझिकोड में दो मरीजों की मृत्यु के बाद चिकित्सा ऑफिसरों को निपाह के फैलने का शक हुआ। इसके बाद संदिग्ध प्रकोप फैलने वाले कई क्षेत्रों को एक नियंत्रण क्षेत्र में बदल दिया गया और लगभग एक हफ्ते के लिए जिले के सभी शैक्षणिक संस्थान औनलाइन मोड में चले गए।
कोझिकोड में निपाह से दो मौतें और छह पॉजिटिव मुकदमा सामने आए। इस बीच, पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के अधिकारी चमगादड़ों से एकत्र किए गए नमूनों पर अपना परीक्षण जारी रख रहे हैं क्योंकि वे अभी तक इस नवीनतम प्रकोप के कारण की पहचान नहीं कर पाए हैं।
आपको बता दें कि कोझिकोड जिले में कुल छह लोग निपाह वायरस से संक्रमित हुए थे, जिनमें से दो लोगों की मृत्यु हो गई थी। पहले आदमी की मृत्यु 30 अगस्त को हुई थी, जिससे अन्य लोग संक्रमित हुए थे।
इससे पहले, केरल गवर्नमेंट ने कोझिकोड में लगाए गए सभी प्रतिबंधों को वापस ले लिया था, क्योंकि 16 सितंबर के बाद से जिले में संक्रमण का कोई नया मुद्दा सामने नहीं आया। हालांकि, जिला ऑफिसरों ने लोगों से संक्रमण के विरुद्ध सर्तक रहने, सामाजिक दूरी बनाए रखने तथा मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
निपाह वायरस संक्रमण के मुद्दे आने के बाद 14 सितंबर से जिले के सभी संस्थान बंद कर दिए गए थे और 12 सितंबर को राज्य में वायरस का प्रकोप घोषित होने के बाद औनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही थीं।