Manipur Violence: दो युवा छात्रों की हत्या की जांच में तेजी लाने के लिए सीबीआई की एक विशेष टीम पहुंची इंफाल
उन्होंने कहा, विशेष CBI टीम का आगमन इस मुद्दे को तेजी से सुलझाने के लिए ऑफिसरों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। सीएम ने कहा, “अपराधियों का पता लगाने और उन्हें इन्साफ के कटघरे में लाने के लिए मैं लगातार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संपर्क में हूं।” सीएम सचिवालय के एक अधिकारी ने बोला कि यह राज्य गवर्नमेंट के संज्ञान में आया है कि मारे गए विद्यार्थियों की पहचान फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइंगंबी (17) के रूप में हुई है। वे 6 जुलाई से लापता थे। उनकी की फोटोज़ सोशल मीडिया पर सोमवार को सामने आई थीं।
दोनों विद्यार्थियों की मर्डर के विरोध में सैकड़ों विद्यार्थी पिछले दो दिनों से इंफाल और राज्य के अन्य इलाकों में आंदोलन कर रहे हैं। दो दिनों में आंदोलन के दौरान लड़कियों सहित कम से कम 100 विद्यार्थी घायल हो गए हैं, क्योंकि सुरक्षा बलों ने उन्हें सीएम के बंगले की ओर मार्च करने से रोक दिया था। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले और धुआं बम का इस्तेमाल किया। संभावित अत्याचार की संभावना में मणिपुर पुलिस, सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को इंफाल घाटी में बड़ी संख्या में तैनात किया गया है।
मणिपुर में जातीय अत्याचार के चरम के दौरान 6 जुलाई को सत्रह वर्षीय छात्रा हिजाम लिनथोइनगांबी और 20 वर्षीय फिजाम हेमजीत लापता हो गए थे। उनके परिवारों को शक था कि उन्हें सशस्त्र हमलावरों ने मार डाला है। दोनों मृतक विद्यार्थी बिष्णुपुर जिले के रहने वाले थे। विद्यार्थियों के आंदोलन को देखते हुए राज्य गवर्नमेंट ने राज्य के सभी विद्यालयों को 29 सितंबर तक बंद कर दिया है। राज्य गवर्नमेंट ने अफवाह फैलाने से रोकने के लिए मंगलवार को शाम 7.45 बजे 1 अक्टूबर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर भी प्रतिबंध फिर से लगा दिया। 3 मई को जातीय दंगे प्रारम्भ होने के बाद चार महीने से अधिक समय तक इंटरनेट पर लगा प्रतिबंध 23 सितंबर को हटा दिया गया था।