Nagaur News: डीडवाना क्षेत्र में मौसम बदलने के साथ अस्पताल में बढ़ रही मरीजों की संख्या
Rajasthan News: मौसम परिवर्तन का असर लोगों पर दिखने लगा है। गर्मी से उल्टी-दस्त सहित बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। डीडवाना जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बांगड़ जिला हॉस्पिटल में इन दिनों प्रतिदिन उल्टी दस्त की कम्पलेन लेकर रोगी पहुंच रहे हैं। हॉस्पिटल में रोज 1200 से 1500 की ओपीडी आ रही है, जिनमें से लगभग 50 फीसदी तक बीमार वायरल, गले में दर्द, उल्टी-दस्त की कम्पलेन लेकर आ रहे हैं, जिनमें 20 फीसदी रोगियों को उनकी हालत देख भर्ती करना पड़ रहा है, लेकिन राहत की बात यह है कि भर्ती रोगी ट्रीटमेंट से कुछ ही समय में ठीक हो रहे है, जिससे उन्हें शाम तक डिस्चार्ज किया जा रहा है।
डीडवाना में मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव की वजह से हॉस्पिटल में उल्टी-दस्त के रोगी बढ़े हैं। जैसे ही गर्मी का प्रकोप तेज हुआ, वैसे ही उल्टी दस्त के रोगियों की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगी है। साथ ही मीजल्स के रोगी भी हॉस्पिटल में पहुंच रहे है, जिसके लक्षण तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और आंखों से पानी आना, शरीर पर दाने निकलना जैसे लक्षण होते है। मीजल्स 10 वर्ष के उम्र के बच्चों में होता है। मीजल्स का असर 3-4 दिनों तक देखने को मिलता है। मीजल्स रोग के प्रतिदिन के 10 बच्चे ओपीडी में दिखाने आ रहे है।
10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में मीजल्स
जानकारी के अनुसार, उल्टी-दस्त के साथ ही मीजल्स रोग के रोगी भी हॉस्पिटल में दिखाने के लिए पहुंच रहे है। मीजल्स 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में ही होता है। साथ ही यह एक बार ही होता है। मीजल्स के लक्षण की बात करें, तो मीजल्स होने पर बच्चों के शरीर पर दाने निकलने लगते है। बच्चों को कुछ खाने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। साथ ही तेज बुखार, खांसी सहित अन्य लक्षण देखे जाते है। मीजल्स का असर 4-5 दिनों तक रहता है।