इस दिन रांची के खेलगांव में ब्लाइंड फोल्डेड रन फॉर विजन का होगा आयोजन
झारखंड की राजधानी रांची में हर वर्ष ‘रन फॉर विजन’ का आयोजन होता है। इस बार यह आयोजन खेलगांव के बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में 8 सितंबर 2023 को होगा। कश्यप मेमोरियल आई बैंक की मेडिकल डायरेक्टर डॉ भारती कश्यप ने सोमवार (28 अगस्त) को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 38वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के अनुसार कश्यप मेमोरियल आई बैंक के द्वारा उर्सुलाइन कॉन्वेंट विद्यालय में नेत्रदान जागरूकता पर आधारित पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में उर्सुलाइन कॉन्वेंट विद्यालय की 11वीं और 12वीं की बच्चियों ने भाग लिया।
चित्रकला प्रतियोगिता की विजेताओं को किया जायेगा सम्मानित
पेंटिंग प्रतियोगिता में शामिल होने वाली इन बच्चियों को 8 सितंबर 2023 को बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम, खेलगांव में सम्मानित किया जाएगा। कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल के कॉर्निया प्रत्यारोपण जानकारों डॉ निधि गडकर कश्यप और डॉ पूजा उर्सुलाइन कॉन्वेंट विद्यालय सहित कई अन्य विद्यालयों में लगातार नेत्रदान जागरूकता व्याख्यान दे रहीं हैं।
उर्सुलाइन में 100 छात्राओं ने भरा नेत्रदान शपथ पत्र
डॉ भारती कश्यप ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े में एक बार फिर से कश्यप मेमोरियल आई बैंक की ओर से रन फॉर विजन का आयोजन होने जा रहा है। साल 2005 से नेत्रदान जागरूकता के लिए रन फॉर विजन का लगातार आयोजन किया जा रहा है। इसमें रांची के बच्चे एवं गणमान्य लोग नेत्रदान जागरूकता के लिए दौड़ते हैं। यह दौड़ लोगों को नेत्रदान करने का संदेश देता है।
कश्यप मेमोरियल आई बैंक में हुए 795 नेत्र प्रत्यारोपण
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि कश्यप मेमोरियल आई बैंक, झारखंड के संस्थापक डॉ बीपी कश्यप एवं डॉ भारती कश्यप ने झारखंड-बिहार में पहली बार नेत्र प्रत्यारोपण किया था। कश्यप मेमोरियल आई बैंक अब तक 795 नेत्र प्रत्यारोपण कर चुका है। पिछले 5 सालों में हमने 334 नेत्र प्रत्यारोपण किए हैं। उन्होंने बोला कि साल 2022 से अभी तक हमने 148 नेत्र प्रत्यारोपण किए हैं।
डॉ भारती ने डॉक्टरों की टीम को दिया श्रेय
डॉ भारती कश्यप ने इसका पूरा श्रेय कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल की डॉ निधि गडकर कश्यप के नेतृत्व में प्रशिक्षित नेत्र प्रत्यारोपण में प्रशिक्षित डॉक्टरों की टीम को दिया। बोला कि यदि यह टीम नहीं होती, तो नेत्र प्रत्यारोपण का इतना बड़ा काम नहीं हो पाता।