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एक वर्ष में रेडक्रास ने 66 हजार 124 लोगों को बनाया जीवन रक्षक

आज से करीब 10 माह पहले कैथल में एक अध्यापक बस में यात्रा कर रहा था. अचानक उन्हें हार्ट अटैक हुआ तो परिचालक सतीश सहारण ने सूझबूझ दिखाते हुए रेडक्रास से सीखी हुई सीपीआर तकनीक का सहारा लेकर उसकी जान बचा दी. उस तरह परिचालक उनके लिए एक जीवन रक्षक (एमरजेंसी डाक्टर) था. बस रुकवाकर बीच रास्ते में ही बस के अंदर परिचालक द्वारा बचाई गई उसकी जान का वह दृश्य बस में सवार सभी सवारियों ने देखा. रेडक्रास ने इस तरह के जीवन रक्षक केवल परिचालक, चालक ही नहीं बल्कि स्कूल, कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं, पढ़ाने वाले गुरु जी भी बना दिए हैं. यदि आंकड़ों की बात करें तो एक साल में रेडक्रास ने 66 हजार 124 लोगों को जीवन रक्षक बना दिया. ये जीवन रक्षक (एमरजेंसी डाक्टर) कभी भी, कहीं भी, किसी की न सिर्फ़ सहायता कर सकते हैं बल्कि जान भी बचा सकते हैं. शादी समारोहों में डांस के दौरान, यात्रा के दौरान, आफिस में बैठे बैठे दिल गति रुकने की दुर्घटनाएं बढ़ी, तो रेडक्रास ने एक बीड़ा उठाया और बना दिए जीवन रक्षक. रेडक्रास ने राज्य के 20 कॉलेजों में पांच-पांच विद्यार्थियों को यह सीपीआर तकनीक की ट्रेनिंग दी. इसी प्रकार कॉलेज के एक-एक प्रोफेसर को भी इसमें दक्ष किया. राज्य भर में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए 22 कैंप लगाकर इस तरह का कोर्स करवाया. रेडक्रास ने पुलिस कर्मचारियों को भी यह कोर्स करवाया.

इसी प्रकार 1950 विद्यार्थियों को एक दिवसीय आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण भी दिया गया है. समाजसेवी संस्थाओं में अग्रणी पंक्ति में खड़ी रेडक्रास संस्था का इस साल का थीम ‘मानवता को जिन्दा रखना’ है. इसी दिशा में रेडक्रास ने राज्य में तेजी से काम किया.

5,512 शिविरों में एकत्र किया 3,46,128 यूनिट रक्त

वर्ष 2023-24 के दौरान 5,512 स्वेच्छिक रक्तदान शिविरों का जिला रेडक्रास शाखाओं के माध्यम से आयोजन करके 3,46,128 रक्त इकाइयां एकत्रित की गई ताकि किसी भी आदमी को रक्त के अभाव में मौत न हो. हरियाणा रेडक्रास सदस्यता अभियान चलाकर लोगों को रेडक्रास का सदस्य बनाती है. हरियाणा रेडक्रास को राष्ट्रपति द्वारा सर्वाधिक रेडक्रास सदस्य बनाने के लिए सम्मानित किया गया.

n हादसा होने पर प्राथमिक सहायता देकर किसी भी घायल आदमी को तुरन्त हॉस्पिटल पहुंचाकर उसकी जान की रक्षा करने के लिए साल 2023-24 के मुताबिक हरियाणा प्रदेश के 881 विद्यालयों में 2,06,360 विद्याथियों एवं अध्यापकों को बेसिक प्राथमिक सहायता के बारे में सतर्क किया गया. इस अभियान के दौरान प्रत्येक जिले के 45 विद्यालयों में यह अभियान चलाने का लक्ष्य रखा गया था.

n हरियाणा प्रदेश के विद्यालयों में 28,648 विद्यार्थियों को प्राथमिक सहायता एवं गृह परिचर्या का प्रशिक्षण दिया गया.

n प्रदेश में दिव्यांगों के कल्याण के लिए 11 जिलों में पुनर्वास केन्द्र एवं कृत्रिम अंगों और उपकरणों को बनाने के लिए कार्यशालाएं चलाई जा रही हैं. दिव्यांग लोगों को नि:शुल्क कृत्रिम अंगों एवं उपकरणों का वितरण अल्मिको, कानपुर के योगदान से तथा रेडक्रास द्वारा स्वयं के संसाधनों से किया जाता हैै. साल 2023-24 में जिला रेडक्रास शाखाओं के माध्यम से 10,05,22,372 रुपए की राशि के कृत्रिम अंग दिव्यांगजनों को वितरित किए गए.

n महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के 1950 विद्यार्थियों को एक दिवसीय बेसिक प्राथमिक सहायता एवं आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया. रेडक्रास के राष्ट्रीय मुख्यालय द्वारा प्राथमिक सहायता एवं गृहपरिचर्या प्रशिक्षण का ऑन-लाइन परीक्षा कराने के लिए हरियाणा प्रदेश को पायलेट प्रोजेक्ट के लिए चयनित किया गया है और हरियाणा रेडक्रास इस पायलेट प्रोजेक्ट में खरा उतर रहा है.

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